समय रहते आवाज ना उठाते तो किसी को नहीं मिलना था मुआवजा : दूलो
पंजाब कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रधान व राज्यसभा सदस्य शमशेर सिंह दूलो मंगलवार को जहरीली शराब पीने से मरने वालों के परिवारों से मिलने के लिए गांव मुच्छल में पहुंचे।
जागरण संवाददाता अमृतसर
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह अपने मंत्रियों व विधायकों से नहीं मिलते तो वह आम जनता से क्या मिलेंगे। यह तंज पंजाब कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रधान व राज्यसभा सदस्य शमशेर सिंह दूलो ने मंगलवार को कसा। वह जहरीली शराब पीने से मरने वालों के परिवारों से मिलने के लिए गांव मुच्छल में पहुंचे थे।
दूलो पीड़ित परिवारों से घर घर जाकर मिले। उन्होंने बताया कि अगर वह राज्य सभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा के साथ मिलकर पीड़ित परिवारों के लिए आवाज नहीं उठाते तो किसी ने उनका हाल नहीं जानना था। सारे प्रकरण को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाना था और ना ही किसी पीड़ित परिवार को मुआवजा मिलता। उन्होंने कहा कि अगर सरकार समय रहते शराब तस्करों को नकेल कसती तो इस त्रासदी को रोका जा सकता था। लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया। सभी इलाकों में नशा सरकार की शह और पुलिस के सहयोग से बिक रहा है। पहले चिट्टा खुलेआम बिकता था और अब नशे की गोलियां और शराब गांव-गांव बिक रही है। कोई भी व्यक्ति आसानी से इसे खरीद सकता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि जहरीली शराब से हुई मौतों की जिम्मेदार मौजूदा सरकार है। कांग्रेसी और अकाली आपस में मिले हुए हैं। लोगों ने परेशान होकर अकालियों को सत्ता से दूर किया था, लेकिन यहां तो कांग्रेस का भी वही हाल हो चुका है। चुनाव जीतने पर कैप्टन अमरिदर सिंह ने हाथ में गुटका साहिब पकड़कर नशे को समाप्त करने की शपथ ली थी। उन्होंने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वह कभी जनता के बीच जाकर उनकी समस्या नहीं सुनते। उनका कार्यालय बंद रहता है और वह बाहर ही रहते हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस और न्यायिक जांच से लोगों को इंसाफ मिलने वाला नहीं है। जहरीली
शराब और कुछ राज्यों में भी मिली है। उन्होंने बताया कि हरियाणा में
कांग्रेस कमेटी की कुमारी शैलजा और रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी सीबीआइ जांच की मांग की है।