रीयल हीरो में है दम, कोरोना से बच जाएंगे हम
प्राकृतिक आपदा से ज्यादा खतरनाक कोरोना रूपी महामारी की रोकथाम में स्वास्थ्य विभाग के रीयल हीरो दिन रात जुटे हैं।
नितिन धीमान, अमृतसर : प्राकृतिक आपदा से ज्यादा खतरनाक कोरोना रूपी महामारी की रोकथाम में स्वास्थ्य विभाग के रीयल हीरो दिन रात जुटे हैं। कई ऐसे डॉक्टर हैं जो 18 से 20 घंटे काम कर रहे हैं। इन डॉक्टरों का एक ही मकसद है कि लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाया जा सके। स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत कम्युनिटी हेल्थ अधिकारी डॉ. ललित कुमार इस आपदा से लोगों को बचाने के लिए सतत प्रयासरत हैं। ग्रामीण आबादी में जहां लोगों को जागरूक करना काफी कठिन होता है, वहां डॉ. ललित की नेक नीति बेहद प्रभावी साबित हो रही है। सुबह आठ बजे से शाम सात बजे तक वे गांव-गांव जाकर लोगों को संक्रमण से बचने के तरीके बता रहे हैं। गांव कोटला गुज्जरां, मद्दीपुरा, जौहल, पंधेर जैसे कई गांवों में अब तक 6700 लोगों को जागरूक किया। उन्हें सामाजिक दूरी कैसे बनाई जाए, के बारे में बताया। गांव के घरों के बाहर पोस्टर चिपकाए। ग्रामीणों को खांसी, जुकाम होने पर तत्काल उसकी जांच करते हैं। हाथ में हमेशा थर्मो स्केनर रहता है।
परिवार को नहीं दे पाते हैं समय
दो बेटियों के पिता डॉ. ललित के अब परिवार को वक्त नहीं दे पाते हैं। परिवार को मालूम है कि मैं उस मिशन पर हूं जिसे अधूरा नहीं छोड़ा जा सकता। हमारा देश कोरोना से मुक्त होगा। इसके लिए बस हम सबको अपनी-अपनी सुरक्षा करनी होगी। सुबह पांच बजे उठकर मैं उन गांवों की सूची तैयार करता हूं जहां विजिट करना है। एक लक्ष्य बनाकर प्रतिदिन 100 लोगों को मिलता हूं। उन्हें घर पर रहने की ताकीद करता हूं। सकारात्मक पहलू है कि गांव के लोग अब समझ रहे हैं। सामाजिक दूरी बनाकर रख रहे हैं। हालांकि शहर के लोगों को अभी यह बात समझ नहीं आ रही। ज्यादातर लोग सड़कों पर बेवजह घूमते हैं। याद रखें यदि कोरोना का नाश करना है तो सरकार की हर अपील का पालन करना होगा। खांसी—जुकाम के लक्षण दिखने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबरों पर फोन करके भी आप परामर्श ले सकते हैं।
होम क्वारंटाइन वालों पर रखते हैं नजर
डॉ. ललित उन लोगों पर भी नजर रख रहे हैं जो विदेश से आए हैं और स्वास्थ्य विभाग ने इन्हें 14 दिनों तक होम क्वारंटाइन करने का आदेश दिया है। वह कहते हैं कि मैं चौबीसों घंटे लोगों के लिए तत्पर हूं, पर लोग भी अपनी जिम्मेवारी का निर्वाह करें। घर पर रहें, सुरक्षित रहें।