कोरोना को हराने के लिए निजी डॉक्टरों की सेवाएं लेगा स्वास्थ्य विभाग
कोरोना वायरस को हराने के लिए प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग अब निजी डॉक्टरों व पैरा मेडिकल डॉक्टरों का सहारा लेगा। विभाग ने निजी अस्पतालों के स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स सुपर स्पेशलिस्ट मेडिसिन एमबीबीएस आयुर्वेदिक डॉक्टर्स स्टाफ नर्स फार्मासिस्ट रेडियोग्राफर्स को मानदेय लेकर इस संकट की घड़ी में सहयोग मांगा है।
नितिन धीमान, अमृतसर : कोरोना वायरस को हराने के लिए प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग अब निजी डॉक्टरों व पैरा मेडिकल डॉक्टरों का सहारा लेगा। विभाग ने निजी अस्पतालों के स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स, सुपर स्पेशलिस्ट, मेडिसिन, एमबीबीएस, आयुर्वेदिक डॉक्टर्स, स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट, रेडियोग्राफर्स को मानदेय लेकर इस संकट की घड़ी में सहयोग मांगा है।
दरअसल, वैश्विक महामारी घोषित कोरोना वायरस का प्रकोप पंजाब में भी तेजी से बढ़ रहा है। सरकारी डॉक्टर्स व पैरा मेडिकल स्टाफ पर इन दिनों काम का बोझ अत्यधिक बढ़ गया है। उनकी छुट्टयिां रद कर दी गई हैं। सरकारी अवकाश के दिन भी काम कर रहे हैं। दूसरी तरफ विदेश से आए लोगों को क्वारंटाइन करने से लेकर स्क्रीनिग का जिम्मा भी इन्हीं के कंधों पर हैं। आइसोलेशन वॉर्ड में रखे गए लोगों की तीमारदारी भी कर रहे हैं और विभागीय बैठकों में शामिल होकर कोरोना का समूल खात्मा करने के लिए बनाई जा रही रणनीति का हिस्सा भी बन रहे हैं।
आने वाले दिनों में फैल सकता व्यापक रूप से
यह संभावित है कि कोरोना वायरस अगले कुछ दिनों में व्यापक रूप से फैले। इस संभावना के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने निजी क्षेत्र के डॉक्टरों व पैरा मेडिकल स्टाफ को अपने साथ जोड़ने की योजना तैयार की है। विभाग ने डॉक्टर्सडॉटएसएचपंजाबडॉटइन वेबसाइट पर निजी क्षेत्र के डॉक्टरों व कर्मचारियों को आवेदन करने को कहा हैं यह वैबसाइट 23 मार्च से ओपन है।
..कितने डॉक्टरों ने करवाया पंजीकृत
अब तक पंजाब भर से 600 स्पेशलिस्ट डॉक्टर, 15 सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर, 13 मेडिसिन स्पेशलिस्ट, 408 एमबीबीएस, 169 आयुर्वेदिक डॉक्टर्स इस वैबसाइट पर खुद को पंजीकृत कर चुके हैं। नेशनल हेल्थ मिशन के डायरेक्टर कुमार राहुल के अनुसार पंजीकृत किए गए स्टाफ को जरूरत पड़ने पर ही जिला स्तर पर हेल्थ सर्विसेज प्रदान करने के लिए लगाया जाएगा।
स्पेशलिस्ट डॉक्टर को प्रतिदिन 5000 रुपये मानदेय
अप्रैल के दूसरे सप्ताह तक इन डॉक्टरों व स्टाफ की सेवाएं ली जा सकती हैं। ये डॉक्टर सरकारी अस्पतालों में आकर काम करेंगे। स्वास्थ्य विभाग स्पेशलिस्ट डॉक्टर को प्रतिदिन 5000, एमबीबीएस डॉक्टर को 3500, आयुर्वेदिक डॉक्टर को 2000, स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट, रेडियोग्राफर व लैब अटेंडेंट को प्रतिदिन एक—एक हजार रुपये मानदेय भी देगा। सरकारी निर्देशों का पालन कर ही जीती जा सकेगी जंग
पंजाब में कोरोना से अब तक नवांशहर निवासी बलदेव सिंह की मौत हुई है, जबकि कोरोना संक्रमित होशियारपुर निवासी एक शख्स इस संक्रमण से मुक्त हो चुका हैं। अमृतसर स्थित इंफ्लुएंजा लैब में नवांशहर से लाए गए 110 मरीजों के सैंपलों की जांच की जा रही है। इनमें से 28 की टेस्टिग रिपोर्ट निगेटिव पाई गई है। यदि लोग लॉगडाउन और कर्फ्यू का शत-प्रतिशत पालन करते रहेंगे तो निश्चित ही हर कोरोना से अतिशीघ्र जंग जीत जाएंगे।