अमृत मिशन: 11 पानी की टंकियां बनाने का रखा था लक्ष्य, जगह न मिलने पर अब नहीं बन पाएंगी दो टंकियां
शहरों को जलभराव और सीवरेज की समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए केंद्र सरकार ने अमृत मिशन आरंभ किया था।
हरदीप रंधावा, अमृतसर: शहरों को जलभराव और सीवरेज की समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए केंद्र सरकार ने 'अमृत मिशन' आरंभ किया था। इसका पहला चरण समाप्त हो चुका है और दूसरे चरण की घोषणा भी हो चुकी है। इस मिशन में अमृतसर शहर भी शामिल है।
अगर पहले चरण के काम पर नजर डालें तो इसमें पानी की दो टंकियां बनाने का काम नहीं हो पाया है। यानी इसके लिए नगर निगम जगह नहीं ढूंढ पाया है। इस प्रोजेक्ट के तहत पहले चरण में 11 पानी की टंकियां बननी थीं। इनमें से नौ पानी की टंकियां बन चुकी हैं जबकि दो के लिए मुकम्मल जगह नहीं मिल पाई है। उसमें गुमटाला बाईपास के पास लगते रंजीत विहार और वेरका स्थित सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल (जीएसएसएस) में पानी की टंकी के लिए जगह नहीं मिल सकी। हालांकि पेयजल के लिए पहले चरण में 56 करोड़ रुपये की लागत से पाइपलाइन बिछाने का काम इस साल बीती जनवरी में पूरा हो चुका है।
दरअसल, अमृत प्रोजेक्ट के तहत शहर में वाटर सप्लाई की लाइनें बिछाने का काम नवंबर 2019 में शुरू हुआ था। इसमें ग्यारह पानी की टंकियों के साथ-साथ 17 ट्यूबवेलों का निर्माण शामिल है। इसका काम 18 महीनों में खत्म करना था। कोविड महामारी के चलते काम प्रभावित हुआ था, जो बाद में जनवरी 2022 को संपन्न हुआ। प्रोजेक्ट में 250 किलोमीटर पेजयल की मुहैया करवाने के लिए वाटर सप्लाई की लाइनें बिछाई हैं जबकि पहले चरण में कोई सीवरेज लाइनें बिछाने का काम शामिल नहीं था। वाटर सप्लाई का काम शत प्रतिशत काम मुकम्मल हो चुका है। दूसरा चरण: 36 किमी सीवरेज लाइन और 73 किमी पेयजल पाइप बिछेंगी
वहीं दूसरे चरण का अक्टूबर 2021 को काम शुरू हो चुका है। इसकी डेडलाइन अक्टूबर 2022 तय की गई है। इसमें वाटर सप्लाई पाइफलाइन बिछाने का 70 प्रतिशत व सीवरेज लाइन का काम 50 प्रतिशत काम हो चुका है। बाकी नेशनल हाईवे अथारिटी की नो आब्जेक्शन सर्टिफिकेट (एनओसी) मिलने के बाद मुकम्मल हो जाएगा। केंद्रीय प्रोजेक्टों के लिए सेंटर सरकार की तरफ से बजट एलोकेट होता है, जिसमें पंजाब सरकार 30 प्रतिशत व केंद्र सरकार का 70 प्रतिशत हिस्सा होता है। दूसरे चरण में 26 करोड़ रुपये की राशि खर्च करके 36 किलोमीटर (केएम) सीवरेज लाइन और 73 किलोमीटर (केएम) वाटर सप्लाई के लिए लाइनें बिछाई जाएंगी। शहर में ट्यूबवेल लगाने का काम चल रहा है। यहां बन चुकी पानी की टंकियां और बिछाई पाइपलाइन
पैराडाइज कालोनी, कोट खालसा स्थित गुरु रामदास नगर श्मशानघाट, प्रेम नगर, लोहारका रोड स्थित आरबी एस्टेट, इंपीरियल सिटी, मजीठा रोड स्थित ग्रीनलैंड एवेन्यू, वेरका स्थित सेंट कबीर नगर, जट्टां वाला शमशानघाट और मोहन नगर में पानी की टंकियां बन चुकी हैं। वाल्ड सिटी को छोड़कर विधानसभा हलका उत्तरी, पश्चिमी, केंद्रीय, पूर्वी व दक्षिणी में बाहर लगते विभिन्न इलाकों में 250 किलोमीटर (केएम) वाटर सप्लाई की लाइनें डाली गई हैं, जिसमें चार इंच सहित छह, आठ, दस और बारह इंच की पाइपें डाली गई हैं। इन हलकों के ये इलाके में योजना में शामिल
अमृत प्रोजेक्ट के तहत पहले चरण में विधानसभा हलका पश्चिमी के तहत आने वाले लोहारका रोड स्थित आरबी एस्टेट, इंपीरियल सिटी, गुरु की वडाली पेरिस एवेन्यू, हरगोबिद एवेन्यू, जंडपीर, पैराडाइज कालोनी, गुमटाला बाइपास के पास लगते रंजीत विहार, कोट खालसा स्थित गुरु रामदास नगर श्मशानघाट, प्रेम नगर, काले गांव शामिल हैं। विधानसभा हलका पूर्वी के वेरका स्थित सेंट कबीर नगर, सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल (जीएसएसएस), मोहन नगर व दशमेश नगर के साथ-साथ विधानसभा हलका उत्तरी के ग्रीनलैंड एवेन्यू व मजीठा रोड स्थित 88 फुट रोड लक्ष्मी विहार और विधानसभा हलका सेंट्रल में झब्बाल रोड स्थित कुड़ी पिड में ट्यूबवेल लगाने का काम चल रहा है। इन इलाकों में बिछाई जा चुकी सीवरेज लाइन
दूसरे चरण में 36 किलोमीटर (केएम) सीवरेज की पाइपें डालने का लगभग 50 प्रतिशत काम मुकम्मल हो चुका है। विधानसभा हलका पश्चिमी के जगोयाना गांव, गुरु अमरदास कालोनी, नारायणगढ़, हमीदपुरा और पुरुषोत्म कालोनी में सीवरेज की सप्वाई की लाइनें बिछाई जा चुकी हैं जबकि विधानसभा हलका केंद्रीय के फताहपुर और भराड़ीवाल में सीवरेज की सप्लाई की लाइनें बिछाई जा चुकी हैं। विधानसभा हलका पूर्वी के मोहन नगर, डाक्टर एन्क्लेव, खानकोट के साथ-साथ हरदेव कालोनी में भी सीवरेज सप्लाई का काम मुकम्मल हो चुका है। विधानसभा हलका उत्तरी व दक्षिणी में प्रोजेक्ट के तहत सीवरेज का कोई काम नहीं है जबकि दूसरे चरण में वाटर सप्लाई का काम विधानसभा हलका दक्षिणी में चलेगा, जिसमें वार्ड नंबर 32 से लेकर 38 तक के साथ-साथ भाई मंझ सिंह रोड, दबुर्जी, रेमंड एवेन्यू, सुल्तानविड गांव का इलाका शामिल है।विधान सभा हलका पूर्वी के खानकोट व हरदेव कालोनी में सीवरेज व वाटर सप्लाई का काम होगा। लोगों और स्कूल प्रबंधन ने जगह नहीं दी, अब दो टंकियां नहीं बनेंगी: एसई
नगर निगम के आपरेशन एंड मेंटेनेंस (ओएंडएम) विग के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर (एसई) अनुराग महाजन ने बताया कि गुमटाला बाईपास के पास लगते रंजीत विहार और वेरका स्थित सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल (जीएसएसएस) में पानी का टंकी के लिए जगह नहीं मिलने की वजह से अब नौ पानी की टंकियां ही रहेंगी। उनका कहना है कि रंजीत विहार के लोगों और वेरका स्कूल प्रबंधन ने जगह देने के इन्कार कर दिया था, जिसके चलते अब अमृत प्रोजेक्ट के तहत नौ पानी की टंकियां ही रहेंगी।