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गुरुनगरी के हाल बाजार में पार्किग की नहीं व्यवस्था, ट्रैफिक जाम है आम

हाल बाजार गुरुनगरी का सबसे बड़ा व्यापारिक बाजार है। इसे गांधी बाजार भी कहा जाता है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Jun 2021 02:30 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jun 2021 02:30 PM (IST)
गुरुनगरी के हाल बाजार में पार्किग की नहीं व्यवस्था, ट्रैफिक जाम है आम
गुरुनगरी के हाल बाजार में पार्किग की नहीं व्यवस्था, ट्रैफिक जाम है आम

कमल कोहली अमृतसर: हाल बाजार गुरुनगरी का सबसे बड़ा व्यापारिक बाजार है। इसे गांधी बाजार भी कहा जाता है। यहां पर इलेक्ट्रानिक, मोबाइल फोन, गारमेंट्स, किताबों और अन्य कई वस्तुओं की दुकानें हैं। यह बाजार कभी ऐसा भी हुआ करता था जहां पर लोग सामान की खरीदारी के लिए पहली पसंद मानते थे। यहां पर रोजाना करोड़ों रुपये का व्यापार होता है पर कोविड-19 के कारण पिछले साल से ही हालात बिल्कुल विपरीत हैं। व्यापार काफी कम हो चुका है। लोगों की परचेजिग पावर में कमी के कारण ही इसका प्रभाव पड़ा है। दैनिक जागरण की ओर से फेसबुक लाइव के तहत वीरवार को इस बाजार में दुकानदारों के साथ बातचीत करते हुए उनकी समस्याओं को उठाया। इस मंदी से गुजर रहे दुकानदारों ने कहा कि वह बहुत संकट में हैं। समस्या गंभीर है पर क्या करें मजबूरी भी है। जैसे तैसे कारोबार तो करना ही है। वे सरकार से राहत चाहते हैं ताकि उनके कारोबार को कुछ संजीवनी मिल सके। उन्होंने यह भी बताया कि ट्रैफिक की समस्या अब यहां पर काफी हो चुकी है। कई कई घंटे जाम लगा रहता है, जिससे ग्राहक भी परेशान होते हैं। इसी कारण अब लोग यहां आने से कतराने भी लगे हैं। हाल बाजार में ट्रैफिक की समस्या काफी है। जाम लगने से दुकानदार भी परेशान हो जाते हैं। समस्या के कारण ग्राहक भी प्रभावित होता है। सरकार को ट्रैफिक व्यवस्था ठीक करनी चाहिए। पार्किग स्थल को सुचारू रूप से चलाना चाहिए। कोविड 19 के कारण सरकार की ओर से कोई सहायता नहीं मिली है।

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नवजोत सिंह, दुकानदार सरकार ने इस महामारी के दौरान दुकानदार को कोई सहायता नहीं दी है। सरकार को राहत देनी चाहिए थी। इस समय कार्य काफी प्रभावित है। खर्चे निकालना भी मुश्किल है। कारोबारियों को आर्थिक पैकेज देना चाहिए।

जसपाल सिंह, दुकानदार समस्या तो कोई नहीं है। समस्या बताने का तभी फायदा है। जब उसका समाधान निकले। लोग समस्याओं के आदी हो चुके हैं। बाजार में कारोबारी काफी डाउन हो चुका है। सरकारें भी कारोबारियों का हाथ नहीं पकड़ रहीं। ऐसे में क्या उम्मीद रख सकते हैं।

अनमोल दीप सिंह, दुकानदार पार्किंग स्थल बनाना चाहिए। पार्किंग स्थल बन जाता है तो काफी समस्याएं हल हो जाती हैं। प्रशासन को इस तरफ ध्यान देना चाहिए। इससे बाजार में भीड़ भी कम होगी और ग्राहक यहां पर आना भी पसंद करेंगे।

विनीत विज, दुकानदार हर एक बाजार में समस्याएं होती हैं। इनको हल करने के लिए जिला प्रशासन को आगे आना चाहिए। खरीदारी का प्वाइंट होने के कारण यहां पर ट्रैफिक व्यवस्था ठीक करते हुए दुकानदारों को राहत देनी चाहिए। वहीं व्यापार 25 प्रतिशत रह गया है।

संतोख सिंह, दुकानदार कोविड-19 के कारण व्यापार काफी प्रभावित हुआ है। इस समय गर्मी का मौसम है। शाम छह बजे तक धूप रहती है। ग्राहक भी छह बजे के बाद निकलता है पर उस समय बाजार बंद होने लग जाते हैं। इससे बाजार में मंदी का दौर है। सरकार को समय अवधि बढ़ानी चाहिए।

पीयूष खन्ना, दुकानदार इस बाजार में ट्रैफिक की समस्या तभी हल हो सकती है। जब बाजार में वाहनों को खड़ा करने के लिए अलग पार्किंग होनी चाहिए। दुकानदार ट्रैफिक की समस्या के कारण भी परेशान है। ग्राहक आने से डरता है। कोविड-19 के कारण भी व्यापार प्रभावित हुआ है।

-सिमरनजीत सिंह, दुकानदार कोविड-19 को देखते हुए दुकानदार नियमों अनुसार काम कर रहे हैं। वाहनों का ज्यादा होना भीड़ को निमंत्रण देना है। इसलिए बाजार में वाहनों को रखने के लिए नजदीकी पार्किग स्थल को ठीक करना चाहिए। व्यापारियों को विशेष सहायता देनी चाहिए।

राजन गुप्ता, दुकानदार बाजार में सबसे ज्यादा ट्रैफिक की है। वाहनों का जाम लगा रहने के कारण पैदल चलना भी मुश्किल होता है। प्रशासन को इस तरफ ध्यान देना चाहिए। महामारी के कारण कारोबार काफी प्रभावित हुआ है। व्यापारियों को विशेष आर्थिक पैकेज देना चाहिए।

जसविदर कौर, दुकानदार नाइट क‌र्फ्यू में डील देते हुए प्रशासन को इसका समय कम करना चाहिए ताकि दुकानदार कुछ कमाई कर सकें। गर्मी के कारण दोपहर को ग्राहक नहीं निकलता है। इसके अलावा बाजार में ट्रैफिक समस्या का भी समाधान निकालना चाहिए।

सुरेंदर महाजन, दुकानदार इतिहास : अंग्रेज गर्वनर के नाम से पड़ा था बाजार का नाम

यह बाजार काफी पुराना है। यह अमृतसर का व्यापारिक केंद्र माना जाता था। लोग इस बाजार में शापिग करना अपनी पहली पसंद समझते थे। इस बाजार का नाम पहले हाल बाजार ही था। यह अंग्रेज गवर्नर के नाम पर रखा गया था पर अब इस बाजार को गांधी बाजार के नाम से भी पुकारा जाने लगा है। शहर के 12 गेटों में से गांधी गेट एक है। इस गेट का भीतर वाला भाग हाल बाजार के नाम से जाना जाता है। इस बाजार में हर तरह का सामान बिकता है।


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