शिलांग में सिखों के घर खाली करवाने पर रोक लगाए केंद्र सरकार: ज्ञानी हरप्रीत सिंह
श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने शिलांग के निकटवर्ती क्षेत्रों से सिखों से उनके घर खाली करवाने की घटना को निदनीय बताया है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने शिलांग के निकटवर्ती क्षेत्रों से सिखों से उनके घर खाली करवाने की घटना को निदनीय बताया है। उन्होंने कहा कि मेघालय सरकार इस मामले पर ध्यान देकर सिखों को वहां दोबारा उनके घर दिलवाए। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि 150 से अधिक वर्षों से सिख शिलांग के आसपास के क्षेत्रों में रह रहे हैं। सिखों को वहां से बाहर निकाला जाना गैर-संवैधानिक व दुर्भाग्यपूर्ण फैसला है। इसकी जितनी निदा की जाए उतनी कम है। भारत सरकार को इस मामले में दखल देकर सिखों को वहां से बाहर निकालने की कार्रवाई पर रोक लगानी चाहिए। जगीर कौर बोलीं, शिलांग में सिखों को उजाड़ना सहन नहीं करेंगे
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की अध्यक्ष बीबी जगीर कौर ने कहा कि मेघालय राज्य के शहर शिलांग में रहने वाले सिखों को वहां से उजाड़ने की योजना के तहत की जा रही कार्रवाई को एसजीपीसी किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेगी। एसजीपीसी प्रभावित सिखों की हर तरह की मदद करेगी।
जगीर कौर ने कहा कि वर्षों से शिलांग में रहने वाले सिखों को वहां से उजाड़ना किसी भी तरह तर्कसगत नहीं है। इसलिए वहां की सरकार हठधर्मी छोड़कर सिखों को वहां रहने की इजाजत देनी चाहिए, क्योंकि वह वहां पर कई पीढि़यों से रह रहे हैं। पंजाबी कालोनी जिसको सरकार हथियाना चाहती है वह वहां के सिखों ने ही आबाद की है। सिख 200 वर्षों से वहां रह रहे हैं फिर भी उनको मालिकाना अधिकार नहीं दिए गए।
एसजीपीसी पिछले वर्ष से ही वहां के सिखों को उजाड़ने से रोकने के लिए संजीदा यत्न कर रही है। सभी सिखों को उनकी मदद करनी चाहिए। भूमि माफिया की शह पर ही सिखों को पंजाबी कालोनी से उजाड़ा जा रहा है। उनका उजाड़ा नहीं होने दिया जाएगा। उनको इंसाफ दिलवाने के लिए हर स्तर पर आवाज बुलंद की जाएगी। पहले दिन से ही एसजीपीसी वहां के सिखों का सहयोग कर रही है। प्रभावित को एसजीपीसी ने सहायता भी दी। गुरुद्वारा के लिए भी मदद की गई। उन्होंने भारत सरकार से भी अपील की है कि वह इस मामले में हस्तक्षेप करके वहां के सिखों को उजड़ने से बचाए।