माका ट्रॉफी चैपियनशिप के टॉप थ्री में पहुंची गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी
माका ट्रॉफी जीतने वाली गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी साल 2019-20 के लिए एक बार फिर से टॉप थ्री में पहुंच गई है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : अपने 50 साल के इतिहास में 23 बार मौलाना अबुल कलाम आजाद (माका) ट्रॉफी जीतने वाली गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी साल 2019-20 के लिए एक बार फिर से टॉप थ्री में पहुंच गई है। जीएनडीयू के मुकाबले अब पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ और पटियाला यूनिवर्सिटी शामिल है। इन तीनों के स्कोर फाइनल होने के बाद विजेता की घोषणा की जानी है। तीन ही यूनिवर्सिटियों ने अपने-अपने नंबर मिनिस्ट्री ऑफ स्पोर्टस भारत सरकार को भेज दिए है। अब स्पोर्टस मंत्रालय की ओर से सभी यूनिवर्सिटियों के स्कोर बनाकर फाइनल रिजल्ट घोषित किया जाएगा, क्योंकि इस बार कोरोना के कारण हालात पहले जैसे नहीं है। जिसके कारण अब ईमेल के जरिए स्कोर के बारे में यूनिवर्सिटियों को बताया जाएगा। फिलहाल जीएनडीयू के प्रोफेसर और अन्य अधिकारी भी ईमेल आने का इंतजार कर रहे हैं।
एशियन, ओलंपिक और इंटर यूनिवर्सिटी स्पोर्टस के आधार पर तय होगा स्कोर
माका ट्रॉफी के लिए पूरे भारत से सैंकड़ों ही यूनिवर्सिटियां हर साल क्लेम करती हैं। इस बार भी हालात ऐसे ही हैं। हालांकि पहले कई तरह के खेलो में जीते गए मेडल आदि के स्कोर इसमें काउंट होते हैं। मगर ऐसा पहली बार है कि स्पोर्टस मंत्रालय ने अब बहुत सारे खेलो का काट दिया है। जिसके तहत अब केवल एशियन, ओलंपिक और इंटर यूनिवर्सिटी गेम्स के स्कोर ही काउंट होने है। यह स्कोर भेजने की आखिरी तारीख 30 जून रहती है।
मंत्रालय ने इस बार बदले नियम : डॉ. सुखदेव
जीएनडीयू के डायरेक्टर डॉ. सुखदेव सिंह ने बताया कि इससे पहले हर साल नंबर भेजने के बाद सात दिन के भीतर-भीतर वह अपनी प्रजेंनटेशन देते थे। मगर इस बार मंत्रालय ने कुछ नियम बदल दिए हैं। इसका एक कारण कोरोना वायरस भी है। माका ट्रॉफी की स्थापना को 63 वर्ष हो चुके हैं। अपने 50 सालो के खेल इतिहास में जीएनडीयू ने 23 बार यह ट्रॉफी हासिल करके देश के 609 विश्वविद्यालयों में से पहला स्थान हासिल किया है। 2018-19 की ट्रॉफी पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ अपने नाम करने में सफल रही थी, जबकि 2017-18 में जीएनडीयू ने यह ट्रॉफी हासिल की थी। इस बार उन्हें पूरा विश्वास है कि माका ट्रॉफी जीएनडीयू के नाम ही रहेगी।