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अमृतसर : गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी और नेशनल बोटेनिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट लखनऊ ने कृषि व बागवानी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण समझौता किया है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी और नेशनल बोटेनिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट लखनऊ ने कृषि व बागवानी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण समझौता किया है। जीएनडीयू अधिकारियों के मुताबिक यह समझौता पंजाब में कृषि और बागबानी के विकास में एक मील पत्थर बनकर उभरेगा।
जीएनडीयू के वाइस-चांसलर प्रो. जसपाल ¨सह संधू ने इस समझौते पर दस्तखत करने के उपरांत बताया कि अगले शैक्षणिक वर्ष से एक स्वतंत्र कृषि विभाग स्थापित करने के प्रस्ताव को ¨सडिकेट से मंजूरी मिलने के बाद इस विभाग में काम शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि आज एनबीआरआइ और गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी बीच हुआ समझौता कृषि, बागबानी और बोटेनिकल विज्ञान साथ-साथ पौधों के आदान-प्रदान और अलग-अलग खोज सरगर्मियों के क्षेत्र में स्त्रोत सांझा करने एवं ज्ञान बांटने में सहायक सिद्ध होगा। इस समझौते के अंतर्गत खोज के क्षेत्र को प्रोत्साहित करने के लिए एक वैज्ञानिक संस्थागत ढांचा भी तैयार किया जाएगा जो वैज्ञानिक पहुंच से विकास के साथ इस क्षेत्र में बहुत काम आएगा।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने दिए पांच करोड़
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने पांच करोड़ रुपए की अनुदान राशि कृषि विभाग स्थापित करने के लिए जारी की है। इस विभाग को पंजाब की कृषि के क्षेत्र में आधुनिक जरूरतों को पूरा करने के समर्थ बनाया जाएगा। इसी कड़ी में ही एनबीआराइ के साथ समझौता किया गया है। इंफ्रास्ट्रकचर डेवल्पमेंट के लिए यूनिवर्सिटी को 107 करोड़ रुपए अनुदान की जारी हुई है। विद्यार्थियों और स्टाफ के लिए विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा मुहैय्या करने के लिए प्रयोग की जा रही है।
लैंडस्केपिंग क्षेत्र को मिलेगी नई दिशा : डॉ. बारिक
एनबी आरअइ के डायरेक्टर डा. एसके बारिक ने कहा कि एनबीआरआइ का जीएनडीयू से साथ समझौते पर दस्तखत कर जहां गर्व महसूस हो रहा है वहां कृषि, बागबानी, प्लांट माइक्रोब और लैंडस्के¨पग क्षेत्र को नई दिशा भी इस क्षेत्र को भी मिलेगी। इस सहयोग का उद्देश्य पंजाब के मानव संसाधनों को मजबूत करना है। खास करके नौजवानों को माहिर और रोजगार के काबिल बनाना है ता कि वह शिक्षा पूरी करने के बाद बेरोजगार न रहें।
सांझे हितों पर मिल कर करेंगे काम : डॉ. प्रीत मोहिंदर डॉ. प्रीत मो¨हद्र ¨सह बेदी, कोआर्डिनेटर यूनिवर्सिटी इंडस्ट्री ¨ल¨कग योजना ने कहा कि दोनों (जीएनडीयू एवं एनबीआरआइ) भारतीय अर्थ व्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए सांझे हितों पर मिल काम करने के लिए सहमत हुई हैं। रिसर्च एंड कंसलटेंसी, सांझे पेटेंट्स, प्रायोजित औद्योगिक, खोज प्रोजेक्टों आदि में सहयोग के लिए के सहमत हो गए हैं। इस मौके प्रो. अविनाश नागपाल, डा. जे.एस. बिलगा, कंसलटेंट बागबानी आदि मौजूद थे।