श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने 40 बच्चों को दस्तार सजाई
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की तरफ से एक गुरमति कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के सादुलापुर बांगर में आयोजित किया गया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की तरफ से एक गुरमति कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के सादुलापुर बांगर में आयोजित किया गया। जिसमें श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह विशेष रूप से पहुंचे । यह उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले का एकमात्र गांव है जहां गुज्जर सिख रहते हैं। सिख यहां लगभग 200 वर्षों से रह रहे हैं। वहां यह सिखी की पहचान बनाए हुए हैं। इस गांव में शिरोमणि कमेटी द्वारा आयोजित गुरमति कार्यक्रम के दौरान जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह द्वारा 40 से अधिक बच्चों को दस्तार सजाई गई। उन्होंने सिख पहचान बनाए रखने के लिए कस्बे के लोगों की प्रशंसा की।
जत्थेदार ने कहा कि सिख धर्म की महान विरासत और उसका असली स्वरूप देश की अनूठी पहचान है। यह खुशी की बात है कि उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के सादुलापुर गांव के सिख परिवारों ने बच्चों को अपनी विरासत के साथ जोड़े रखा है। इस अवसर पर जत्थेदार ने राज्य में सिख मिशन हापुड़ द्वारा दी जा रही मिशनरी सेवाओं की सराहना की और इस तरह के आयोजनों की श्रृंखला को जारी रखने के लिए कहा। इस दौरान जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य गुरप्रीत सिंह, दिल्ली से बाबा सुरिदर सिंह कारसेवा, मनजीत सिंह , अध्यक्ष गुरुद्वारा सिंह सभा मेरठ, कमलेश कौर अध्यक्ष गुरुद्वारा सिंह सभा शाहजहांपुर उत्तर प्रदेश, रंजीत सिंह निजी सहायक, एस सुरिदरपाल सिंह प्रभारी सिख मिशन दिल्ली, सिख मिशन हापुड़ प्रभारी बृजपाल सिंह आदि भी मौजूद थे।