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एफएम रोडियो ट्रांसमीटर देगा पाकिस्तान के दुष्प्रचार का जवाब

करीब आठ वर्ष बाद खासा स्थित रेडियो ट्रांसमीटर से टेस्टिंग प्रोग्राम शुरू हुआ। यह रेडियो ट्रासमीटर सीमावर्ती क्षेत्रों में पाकिस्तान के दुष्प्रचार का करार जवाब देगा।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Sun, 18 Feb 2018 08:53 PM (IST)Updated: Mon, 19 Feb 2018 07:34 AM (IST)
एफएम रोडियो ट्रांसमीटर देगा पाकिस्तान के दुष्प्रचार का जवाब

अमृतसर [पंकज शर्मा]। सरहदी क्षेत्रों में पाक रेडियो की ओर से किए जा रहे दुष्प्रचार को करारा जवाब देने के लिए स्थापित किए रेडियो ट्रांसमीटर को चालू कर दिया है। करीब आठ वर्ष पहले स्थापित इस रेडियो एफएफ ट्रांसमीटर से रविवार  से प्रसारण शुरू कर दी गई है।

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आल इंडिया रेडियो और अकाशवाणी जालंधर के माध्यम से इस ट्रांसमीटर पर हर रोज सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक प्रसारण टेस्टिंग के तौर पर शुरू किया गया है। देर से ही शुरू किए गए इस रेडियो एफएम ट्रांसमिशन को लेकर भारत के सीमांत क्षेत्र में रहने वाले लोगों में भारी उत्साह है। इस ट्रांसमीटर के माध्यम से यहां भारत और खासकर पंजाब के कार्यक्रम लाहौर व पाकिस्तान के दूर के गांवों तक सुनाए, जाएंगे वहीं पाकिस्तान की ओर से अपने रेडियो प्रसारण के माध्यम से किए जाते भारत विरोधी प्रचार पर भी रोक लगाने काफी हद तक सफलता मिल सकेगी।

103.6 पर सुने जा सकेंगे कार्यक्रम

रेडियो तरंग 103.6 नंबर पर चलने वाला यह रेडियो ट्रांसमीटर देश का ऐसा पहला ट्रांसमीटर है जो किसी अंतरराष्ट्रीय सीमा के सब से  नजदीक है। इस रोडियो स्टेशन प्रसारित होने वाले कार्यक्रम पाकिस्तान के लाहौर, सियालकोट, मुलतान, व गुजरांवाला के दूर-दराज के गांवों तक  सुने जा सकेंगे।  वहीं भारत में अमृतसर, गुरदासपुर, तरनतारन, फिरोजपुर, पठानकोट , जम्मू कश्मीर के कठुआ जिले के दूर गांवों तक भी इस ट्रांसमीटर का प्रसारण होगा।

4.87 करोड़ से खासा में लगाया गया है रेडियो ट्रांसमीटर टावर

सीमांत कस्बा खासा में स्थापित किए गए इस ट्रांसमीटर टावर पर सरकार ने 4 करोड़ 87 लाख रुपये खर्च किए थे। स्टेशन के शुरू होने से कई वर्षों तक इससे प्रसारण शुरू करने का विवाद बना रहा। कई बार दूरदर्शन ने भी कोशिश की थी कि इस टावर का उपयोग वह अपने कार्यक्रम प्रसारण करने के लिए करे, परंतु विवाद के चलते यह हो नहीं पाया।

पहले इस टावर को साढ़े तीन सौ मीटर तक रेडियो प्रसारण के लिए स्थापित किया गया था। बाद में अलग से 100 मीटर उंचा टावर स्थापित कर दिया गया। फिर प्रसारण शुरू करने को लेकर भी लम्बा विवाद चलता रहा। जल्दी ही इस स्टेशन से सुबह पांच बजे से लेकर रात्रि 12 बजे तक कार्यक्रम शुरू होने की संभावना है। इस टावर के माध्यम से आकाशवाणी केंद्र जालंधर व ऑल इंडिया रेडियो के संयुक्त कार्यक्रम प्रसारित होंगे।

टावर से प्रसारण शुरू करने के लिए लम्बे समय से आवाज उठा रहे आरटीआइ कार्यकर्ता प्रो. संदीप शर्मा कहते हैं कि मनमोहन ङ्क्षसह की सरकार के वक्त सीमांत क्षेत्रों में देशभर में 85 से अधिक ट्रासंमीटर लगाने का फैसला हुआ था। बहुत सारे ट्रांसमीटर शुरू हो गए, परंतु अमृतसर वाला ट्रांसमीटर शुरू नहीं हुआ था।

यहां से प्रोग्राम शुरू करने का विवाद हमेशा ही रहा था। पंजाब में पांच के करीब ऐसे ही रेडियो एफएम ट्रांसमीटर ओर से चलाए जा रहे हैं। इस को शुरू करवाने के लिए उन्होंने ने केंद्र सरकार के सूचना व प्रसारण मंत्रालय तक भी आवाज उठाई थी, ताकि सीमांत क्षेत्रों में पाकिस्तान की ओर से किए जा रहे प्रसारण को कड़ा जवाब देने के लिए भारत सरकार भी प्रसारण शुरू करे।

उधर, आकाशवाणी की डायरेक्टर संतोष रिशी का भी कहना है कि भारत सरकार के आदेशों पर टेङ्क्षस्टग के तौर पर सुबह 11 बजे से 5 बजे तक प्रसारण शुरू किया गया है। जल्दी ही रेगुलर प्रसारण रात्रि 12 तक भारत सरकार के आदेशों पर शुरू कर दिया जाएगा।

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