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सत्ता में आने के बाद वादे पर खरा नहीं उतरी सरकार

भगतांवाला कूडा डंप पर मंगलवार को लगी आग पर एक बार फिर से सियासी गलियारा गरमा गया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 03 Mar 2021 07:00 PM (IST)Updated: Wed, 03 Mar 2021 07:00 PM (IST)
सत्ता में आने के बाद वादे पर खरा नहीं उतरी सरकार
सत्ता में आने के बाद वादे पर खरा नहीं उतरी सरकार

संवाद सहयोगी, अमृतसर :

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भगतांवाला कूडा डंप पर मंगलवार को लगी आग पर एक बार फिर से सियासी गलियारा गरमा गया है। डंप यहां से शिफ्ट करने को लेकर सांझी संघर्ष कमेटी ने लंबा संघर्ष लड़ा। कांग्रेसी नेताओं ने भी विधानसभा चुनाव में डंप हटाने का वायदा किया था, पर वह पूरा नहीं हुआ। बुधवार को कमेटी नेता मौके पर पहुंचे और कांग्रेस सरकार के खिलाफ उन्होंने जमकर भड़ास निकाली।

सांझी संघर्ष कमेटी के प्रधान नवल चावला, जतिदर जस्सा, संजय शर्मा, जय इंद्र सिंह, हैप्पी जोड़ा ने बताया कि निगम की लापरवाही से डंप पर आग लगी है। सांझी संघर्ष कमेटी पहले भी नगर निगम और कांग्रेस सरकार से आग्रह कर चुकी हैं कि यह डंप लोगों को मौत के काल में लेकर जा रहा हैं। सत्ता में आने से पहले कांग्रेस पार्टी ने डंप को हटाने की बात की थी, लेकिन अपनी बात पर आज भी खरी नहीं उतरी है।

मौके पर अकाली दल के नेता तलबीर गिल भी अपने कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि निगम को लोगों की समस्या को ध्यान में रखते हुए डंप को जहां से हटाना चाहिए। क्योंकि इस डंप के कारण बहुत से लोग मौत को गले लगा चुके हैं।

जलकर राख हो गई बायोरेमीडेशन मशीन

भगतांवाला डंप पर मंगलवार शाम पांच बजे भयंकर आग लग गई। इस आग में बायोरेमेडीएशन मशीन जलकर राख हो गई। डंप से उठते धुंए की लोगों द्वारा वीडियो बनाकर निगम कमिश्नर को भेजी गई। 6:30 बजे तक आग विकराल रूप धारण कर चुकी थी। वहीं सात बजे पहुंचे निगम कर्मचारियों की ओर से आग बुझाने का कार्य शुरू किया गया। बुधवार को भी आग बुझाने के लिए पानी की गाड़ियां खड़ी थी।

आग लगने का खतरा बनता रहता है

एक निगम कर्मी ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि मंगलवार को साढ़े चार बजे मशीनें बंद की गई थी। सभी कर्मी काम खत्म करने के बाद चले गए। बाद में क्षेत्रवासियों की ओर से फोन किया गया था। निगम कर्मी ने कहा कि मंगलवार से पानी की गाड़ी विभाग की ओर से खड़ी की गई हैं। अब गर्मियों का समय आ गया हैं, डंप पर मशीन चलाने वाले जब नीचे से कूड़े को निकालते हैं, तो कूड़ा सूखा होने के कारण बहुत ज्यादा तपिश रहती हैं, जिससे गर्मियों में आग लगने का खतरा अधिक रहेगा। इसके साथ ही अभी भी कई जगहों से धुंआ निकल रहा हैं। विभाग को मौके पर पानी की गाड़ियों का बंदोबस्त करके रखना चाहिए। पहले भी कई बार कहा गया है, लेकिन अब मशीन जलकर राख गई, तो अब जाकर विभाग ने पानी की गाड़ी को डंप पर रखा है।

कैसे काम करती है बायोरेमेडीएशन मशीन

इस समय भगतां वाला डंप पर निगम की ओर से तीन जेनरेटर और छह बायोरेमेडीएशन मशीनें लगाई गई हैं। एक जेनरेटर पर दो मशीनें काम करती हैं। यह मशीनें डंप से कूड़े को अलग करती हैं। वहीं इसके साथ कूड़े से मिट्टी को भी अलग किया जाता है, जिससे मिट्टी को बाद में खाद के लिए इस्तेमाल किया जाता है।


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