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किसानों ने कहा, केंद्र उनका संघंर्ष बदनाम करने की कोशिश कर रही

कृषि सुधार कानून के खिलाफ धरने पर बैठे किसानों ने शुक्रवार को भी संघर्ष जारी रखा।

By JagranEdited By: Published: Sat, 31 Oct 2020 12:14 AM (IST)Updated: Sat, 31 Oct 2020 12:14 AM (IST)
किसानों ने कहा, केंद्र उनका संघंर्ष बदनाम करने की कोशिश कर रही

जागरण संवाददाता, अमृतसर : कृषि सुधार कानून के खिलाफ धरने पर बैठे किसानों ने शुक्रवार को भी संघर्ष जारी रखा। किसान संघर्ष कमेटी सहित अन्य किसान संगठनों के सदस्य रेलवे स्टेशनों सहित अन्य सभी जगहों पर डटे रहे। इनमें जंडियाला गुरु रेलवे स्टेशन, बुटारी रेलवे स्टेशन, राज्यसभा सदस्य श्वेत मलिक के घर के बाहर, मानांवाला टोल प्लाजा, कत्थूनंगल टोल प्लाजा, रिलायंस स्टोर आदि शामिल हैं। कमेटी के राज्य सचिव सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि किसानो ने रेलवे ट्रैक से धरना हटा लिया है। ताकि ट्रेनों की आवाजाही हो सके। मगर केंद्र सरकार ने मालगाड़ियों को रोककर बहुत गलत किया जा रहा है। क्योंकि इससे पंजाब के कारोबारियों को भी चोट पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। इससे किसानों के संघर्ष को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। भाजपा के नेता किसान आंदोलन को शहरी नक्सली कह रही है। जिसकी कड़े शब्दों में निदा की जाती है। पंधेर ने कहा कि किसान अपनी जमीने बचाने के लिए शांतमय तरीके से सड़को पर बैठ कर संघंर्ष कर रहे है। मगर उन्हें जानबूझ कर बदनाम करने की कोशिश हो रही है। जोकि केंद्र सरकार की सोची-समझी साजिश है। इस मौके पर मेजर सिंह, सतनाम सिंह, जोगिदर सिंह, अमनदीप सिंह छीना, सुखचैन सिंह वरपाल व अन्य मौजूद थे।

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