फेस, आर्म, स्पीच और टाइम बताता है स्ट्रोक के लक्षण : डॉ. उप्पल
अमृतसर विश्व स्ट्रोक दिवस पर रानी का बाग स्थित उप्पल न्यूरो अस्पताल में जागरूकता सेमीनार का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
विश्व स्ट्रोक दिवस पर रानी का बाग स्थित उप्पल न्यूरो अस्पताल में जागरूकता सेमीनार का आयोजन किया गया। इस मौके पर पर स्ट्रोक के लक्षण एवं बचाव के बारे में जानकारी दी गई। उप्पल न्यूरो अस्पताल के संस्थापक डॉ. अशोक उप्पल ने कहा कि अधरंग या ब्रेन स्ट्रोक दिमाग में नाड़ी फटने या नाड़ी में खून जाम होने से होता है। भारत में करीब 1.8 मिलियन लोग स्ट्रोक यानी अधरंग का शिकार हैं। इनमें बहुत से लोग समय पर इलाज न मिलने पर या तो अपनी जान से हाथ धो बैठते है या पूरी? ¨जदगी के लिए अपाहिज हो जाते हैं। यदि समय पर अधरंग के लक्षणों को समझ लिया जाए तो मरीज की जान बचाई जा सकती है। स्ट्रोक के लक्षणों को समझने के लिए एक नियम फेस, आर्म स्पीच और टाइम है। किसी व्यक्ति का चेहरा टेढ़ा या एक तरफ गिरता हुआ दिखना, बाहों अथवा हाथ बेजान हो जाना, बाजू उठाने पर खुद व खुद बाजू नीचे गिर आना, आवाज में थरथराहट लक्षण दिखने पर तुरंत मरीज को किसी अस्प्ताल ले जाएं, जहां न्यूरोलॉजिस्ट, एमआरआई की सुबिधा उपलब्ध हो।
उन्होंने कहा की 80 प्रतिशत स्ट्रोक से बचा जा सकता है। स्ट्रोक एक जानलेवा बीमारी है वहीं कुछ सावधानियां अपनाकर इसे बचा जा सकता है। लोग हाई ब्लड प्रेशर, शुगर को नियत्रण में रखें, नियमित व्यायाम, संतुलित एवं पौष्टिक भोजन, वजन नियंत्रित रखना, शराब एवं धूम्रपान से बचना जरूरी है।
इस अवसर पर डॉ. बलबीर, डॉ. ज¨तदर ¨सह, डॉ. बलजीत ¨सह, डॉ. शिवम साहनी, डॉ. राज¨वदर, डॉ. दी¨पदर, दयाल स्वरूप, निर्मल पंत, हरदीप कौर, रमा, संदीप गुप्ता, उत्तम जेन्ना आदि उपस्थित थे।