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89 लाख 51 हजार का बिजली बिल देख उड़े होश

। कोट खालसा इलाके में घरेलू बिजली कनेक्शन का बिल देख परिवार के होश फाख्ता हो गए।

By JagranEdited By: Published: Sun, 22 Sep 2019 12:53 AM (IST)Updated: Sun, 22 Sep 2019 12:53 AM (IST)
89 लाख 51 हजार का बिजली बिल देख उड़े होश
89 लाख 51 हजार का बिजली बिल देख उड़े होश

जागरण संवाददाता, अमृतसर

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कोट खालसा इलाके में घरेलू बिजली कनेक्शन का बिल देख परिवार के होश फाख्ता हो गए। टाइल और संगमरमर की दुकान करने वाले रवि कुमार का रूटीन में 15 हजार रुपये से लेकर 18 हजार रुपये तक ही बिल आता था, लेकिन इस बार अपने घर प्राइवेट कंपनी के कर्मचारी द्वारा फेंके गए 89 लाख 51 हजार और 118 रुपये का बिल उठाते ही इस दुकानदार के ही नहीं बल्कि पूरे परिवार के पसीने छूट गए।

कोट खालसा निवासी रवि कुमार ने बताया कि वे टाइल्स-संगमरमर की दुकान करते हैं। उसके घर में चार-पांच कमरे हैंऔर हर दो माह बाद उनका बिजली का बिल औसतन 15 से 18 हजार रुपये के बीच आता है। पीएसपीसीएल ने इस बार 15 अगस्त 2019 से लेकर 15 सितंबर 2019 तक का बिजली बिल 89 लाख 51 हजार 180 रुपये भेज दिया। इन दो माह के दौरान उनके घर में बिजली के 1,510 यूनिट खपत हुए। उनके बिल की अंतिम तिथि से बिल बाद में जमा करवाया जाता है तो उन्हें 1,79, 024 रुपये जुर्माना देना होगा। बिल देखने के बाद तो उनके परिवार के सभी लोगों की भूख ही मर गई कि वे इतना पैसा कहां से लाएंगे।

'आप' का यूथ विंग लोगों को करेगा जागरूक

आम आदमी पार्टी यूथ विग नेता वेद प्रकाश बबलू ने बताया कि उन्होंने एसडीओ के साथ बात की है। उनकी पार्टी लोगों तक यह संदेश पहुंचाएगी कि अगर उनका बिजली बिल औसत से ज्यादा आए तो उसे अनदेखा नहीं करें और भरने से पहले एक बार चेक अवश्य कर लें।

उनकी पार्टी जहां लोगों को इसके बारे में जागरूक करेगी, वहीं लोगों के बिजली बिलों को दुरुस्त करवाने में मदद भी करेगी। उनके वर्कर बूथ लेवल तक दस्तक देंगे।

रवि कुमार को मंगलवार को बुलाया है ताकि बिल दुरुस्त किया जा सके

आप नेता ने फोन कर रवि कुमार नामक व्यक्ति के घरेलू बिल की जानकारी दी है। उन्हें मंगलवार को बुलाया है ताकि बिल की दुरुस्ती की जाए। क्योंकि इसमें प्राइवेट कंपनी के कर्मचारी रीडिग लेकर उपभोक्ताओं को बिल देते हैं, तो इसके बारे कंपनी को भी लिखा जाएगा। कि अगर बिल गलत बन जाए तो उसे उपभोक्ता को देने के बजाए विभाग में लेकर आएं ताकि दुरुस्ती के बाद ही बिल उपभोक्ता को जारी किया जा सके।

-नीरज शर्मा, एसडीओ, पीएसपीसीएल, कोट खालसा, अमृतसर। रविदर शर्मा


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