वेतन न मिलने पर कर्मियों ने किया बीआरटीएस बसों का चक्का जाम
ीआरटीएस बस ड्राइवरों ने बुधवार को वेरका बाइपास स्थित डीपो में हड़ताल शुरू कर दी।
जारण संवाददाता, वेरका. अमृतसर : पिछले महीने के वेतन की अदायगी में देरी व कुछ अन्य मांगों को लेकर गुस्साए बीआरटीएस बस ड्राइवरों ने बुधवार को वेरका बाइपास स्थित डीपो में हड़ताल शुरू कर दी। पूरा दिन किसी भी बस को नहीं चलाया गया। हालांकि हड़ताल के तुरंत बाद पंजाब मेट्रो बस सोसायटी की ओर से 40 लाख रुपये का चेक जारी कर दिया गया, जिससे सभी कर्मचारियों के वेतन अदा हो जाएंगे। वीरवार को फिर से वे लोग काम पर लौट जाएंगे। हालांकि बुधवार को हड़ताल रहने के कारण 30 हजार यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी। यात्री बस स्टॉपेज पर पहुंचे, लेकिन वहां जाकर पता चला कि आज हड़ताल होने के कारण कोई भी बस नहीं चल रही है।
देरी हो जाने पर काटे जाते हैं पैसे : मनदीप सिंह
यूनियन के सचिव मनदीप सिंह ने बताया कि वेतन के अलावा कई अन्य मुश्किलें है, जिन्हें अनदेखा किया जा रहा हैं। इसमें खास कर टाइम में देरी हो जाने पर पैसे काट लेना, बस का नुकसान होने पर भी ड्राइवरों के वेतन से ही पैसे काटे जाना, पुराने कर्मचारियों को हटा कर नए रखे जाना आदि। उनके साथियों को बिना कारण ही नौकरी से हटा दिया गया। साथ ही वेतन में भी देरी की जा रही है। इस कारण मजबूरन उन्हें हड़ताल करनी पड़ रही हैं।
स्वर्ण सतनाम ट्रांसर्पो कंपनी के 1.41 करोड़ रुपये बकाया
बीआरटीएस के सीईओ इंद्रजीत सिंह चावला का कहना है कि कंपनी का 1.41 करोड़ रुपये बकाया है। बिल लेट होने के कारण पेमेंट लेट हुई थी, लेकिन 40 लाख रुपये जारी हो गए हैं। बाकी के भी कुछ ही दिनों में दे दिए जाएंगे। इन पैसों के साथ सभी कर्मचारियों के वेतन अदा हो जाएंगे। गौर हो कि पंजाब बस मेट्रो सोसायटी की ओर से दिल्ली की स्वर्ण सतनाम ट्रांसपोर्ट कंपनी को आपरेट करने का पूरा ठेका दे रखा है। इस कंपनी का काम बसों के लिए ड्राइवर, स्टॉपेज पर टिकटें काटने व अन्य कामों के लिए स्टाफ को हायर करना है। इसके अलावा बसों में पड़ने वाला डीजल भी इसी कंपनी की जिम्मेदारी है। इससे पहले भी 18 जुलाई को इसी तरह हड़ताल हो गई थी। उस वक्त कंपनी का करीब पांच करोड़ रुपये बकाया था।
290 मुलिजमों को देना होता 35 लाख रुपये वेतन
स्वर्ण सतनाम ट्रांसपोर्ट कंपनी की ओर से 93 बसों के लिए कुल 290 कर्मियों का स्टाफ हायर किया है। इन कर्मियों को हर महीने 35 लाख रुपये वेतन अदा होता है। इसके अलावा हर रोज बसों में चार हजार लीटर डीजल की खपत हो रही है, जिसका रोजाना का बिल करीब 2 लाख 60 हजार रुपये बनता है। कंपनी अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने डीजल फंड अलग से रखा होता है, लेकिन पंजाब मेट्रो बस सोसायटी की ओर से अगर समय पर पेमेंट जारी रहे तो किसी भी तरह की समस्या नहीं आएगी।