गर्मी बढ़ने के कारण श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए एसजीपीसी ने बढ़ाई कूलरों व पंखों की संख्या
बढ़ रही गर्मी का प्रभाव लोगों पर अपना असर दिखाने लग पड़ा है। अमृतसर शहर में तापमान 40 से लेकर 45 डिग्री तक पहुंच दर्ज करवा रहा है।
पंकज शर्मा, अमृतसर : बढ़ रही गर्मी का प्रभाव लोगों पर अपना असर दिखाने लग पड़ा है। अमृतसर शहर में तापमान 40 से लेकर 45 डिग्री तक पहुंच दर्ज करवा रहा है। उधर नगर में प्रर्यटकों की संख्या भी बढ़ रही है। श्री हरिमंदिर साहिब व श्री दुग्र्याणा तीर्थ में भी बढ़ रही श्रद्धालुओं की संख्या में कोई कमी नही आ रही है। गर्मी की परवाह किए बिना श्रद्धालु अपने परिवार के सदस्यों के साथ श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेकने के लिए पहुंच रहे है। गर्मी अधिक होने के कारण श्री हरिमंदिर साहिब परिक्रमा में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से पंखों व बड़े कूलरों की संख्या में भी वृद्धि कर दी गई है। परिक्रमा में 15 के करीब बढ़े कूलर लगा दिए गए है। पहले लगे पंखों के साथ सौ के करीब और पंखे बढा दिए गए है। हरिमंदिर साहिब की परिक्रमा में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बिछाए गए मैट के उपर पानी डाल कर उनके ठंडा रखा जा रहा है। परिक्रमा में चारों कोनों और दशर्नीय ढियोडी के पास भी पीने के पानी की सुविधा श्रद्धालुओं को एसजीपीसी की ओर से प्रदान की जा रही है।
अधिक गर्मी के कारण परिक्रमा में लगा संगमरमर गर्म हो जाता है। जिस कारण श्रद्धालुओं का पैदल चलना मुश्किल हो जाता है।जिस को मुख्य रख हर रोज दिन में पांच से सात बार यहां मैट के उपर पानी का छिड़काव किया जाता है वहीं तीन से चार बार परिक्रमा के फर्श को पानी से धोया जाता है। ताकि श्रद्धालुओं को बढ़ रही गर्मी के कारण कोई मुश्किल न आए।
शिरोमणि कमेटी के सदस्य व पूर्व महासचिव एडवोकेट भगवंत सिंह सियालका और श्री हरिमंदिर साहिब के मैनेजर सुलखन सिंह भंगाली ने कहा कि संगत को किसी भी तरह की कोई मुश्किल न आए इस के लिए परिसर में पीने के पानी की छबील, पंखों, बड़े आकार के कूलरों और मैट की संख्या को बढ़ा दिया गया है। वाकी टाकी वाले टास्क फोर्स कर्मी रख रहे चारों ओर नजर
श्री हरिमंदिर साहिब में कुछ माह पहले हुई बेअदबी की घटनाओं को मुख्य रख एसजीपीसी ने परिक्रमा में यहां टास्क फोर्स के कर्मचारियों की संख्या बढ़ा दी है वहीं तैनात टास्क फोर्स के कर्मचारियों को वाकी टाकी की सुविधा भी दी गई है ताकि श्रद्धालुओं की बढ़ी संख्या के कारण अगर कोई अप्रिय घटना होती है तो तुरंत इस पर कंट्रोल पाया जा सके।