खेल डेस्क के ध्यानार्थ.. ) एशियन गेम्स में जीते तो ओलंपिक के लिए सीधे क्वालीफाई करेंगे: सरदारा ¨सह
फोटो: 8जाल 1, 1ए --- -भारतीय हॉकी टीम के स्टार खिलाड़ी सरदारा ¨सह श्री दरबार साहिब
फोटो: 8जाल 1, 1ए
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-भारतीय हॉकी टीम के स्टार खिलाड़ी सरदारा ¨सह श्री दरबार साहिब में नतमस्तक
-कहा, एशियन गेम्स में मिलेगा चैंपियंस ट्रॉफी का फायदा
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हरदीप रंधावा, अमृतसर: एशियन गेम्स में भारतीय हॉकी टीम शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत का परचम फहराती है, तो ओलंपिक गेम्स के लिए टीम सीधे क्वालीफाई करेगी। इसके बाद वर्ल्ड कप टूर्नामेंट भी है। रविवार को श्री दरबार साहिब में नतमस्तक होने के बाद पत्रकारों से मुखातिब हुए भारतीय हॉकी टीम के स्टार खिलाड़ी सरदारा सिंह ने यह जानकारी दी। एशियन गेम्स के लिए बेंगलुरु में लगने वाले नेशनल कैंप के लिए वह श्री गुरु रामदास जी एयरपोर्ट से रवाना होने के लिए अमृतसर पहुंचे थे। चैंपियन ट्रॉफी में सिल्वर तक ही पहुंचने के विषय पर सरदारा ¨सह ने कहा कि भले ही भारतीय टीम का शानदार प्रदर्शन रहा, मगर फिर भी गोल्ड न हासिल नहीं कर पाए। क्योंकि चैंपियंस ट्रॉफी में वर्ल्ड की बेस्ट टीमें आई थीं और टूर्नामेंट में टीम के नए खिलाड़ी व कोच थे, जिस कारण सिल्वर तक ही पहुंचे। चैंपियंस ट्रॉफी के लिए जाने से पहले लड़कों का टारगेट था कि पोडियम फिनिश करना है, तो खिलाड़ियों ने उसी ढंग से प्रदर्शन किया। सरदारा ¨सह ने कहा कि चैंपियंस ट्रॉफी के मैचों में बहुत कुछ सीखने को मिला है और उसका लाभ टीम को एशियन गेम्स में जरूर मिलेगा। बेंगलुरु में लगने वाले कैंप में भाग लेने के लिए हॉकी खिलाड़ी हरमनप्रीत ¨सह, दिलप्रीत ¨सह व सिमरनदीप ¨सह भी रविवार ही श्री गुरु रामदास इंटरनेशनल एयरपोर्ट से रवाना हुए हैं।
उन्होंने कहा कि भारतीय टीम एशिया में नंबर-1 है और आने वाले समय में अपने प्रशंसकों की उम्मीदों पर खरे उतरते हुए एशियन गेम्स में शानदार प्रदर्शन करेंगे। इस मौके पर गुरप्रीत सिंह, कुलदीप कौर, अमृतपाल, परनीत कौर, दीदार सिंह आदि मौजूद थे। नशे से मौतें चिंता का विषय
नशे की वजह से पंजाब में रही युवाओं की मौतों के विषय पर सरदारा ¨सह ने कहा कि माता-पिता को भी चाहिए कि वे अपने बच्चे की तरफ ध्यान दें कि उनका बच्चा किस तरफ जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह पिछले 10-12 सालों से हॉकी की प्रेक्टिस व मैचों में ही व्यस्त हैं, मगर खबरों में जो सुनने को मिल रहा है, वो ¨चता का विषय है। जब बच्चा 18-20 सालों का होता है, तो पारिवारिक सदस्यों का भी फर्ज बनता है। अपनी जिम्मेदारी बनती है कि नशे से दूर रहा जाए। सरकार भी अपने-अपने स्तर पर प्रयास करती है और यदि युवाओं को नशे से बचाना है, तो युवा पीढ़ी को खेलों की तरफ विशेष ध्यान देना होगा। पिछले कुछ सालों से विभिन्न स्पोर्ट्स लीग्स करवाने का सिलसिला चला है, जिसके शानदार परिणाम देखने को मिल रहे हैं। इंटरनेशनल हॉकी खिलाड़ी दलजीत ¨सह ढिल्लों पर नशा तस्करी संबंधी लगे आरोपों के विषय सरदारा ¨सह ने कहा कि वह खुद उन्हें बचपन से फॉलो करते आए हैं, मगर मामले संबंधी उन्हें कोई जानकारी नही है।