पिटाई में डीपीआइ वर्कर की मौत, 'आप' के पांच वर्करों पर गैर इरादतन हत्या का केस
राजासांसी के जगदेव कलां गांव में डीपीआइ सदस्य की मंगलवार सुबह उसकी मौत हो गई।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : राजासांसी के जगदेव कलां गांव में चुनावी रंजिश के चलते डीपीआइ (डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया) के एक सदस्य को 17 मई शाम को बैस बैट मारकर घायल कर दिया गया था। वह तब से अस्पताल में भर्ती था। मंगलवार सुबह उसकी मौत हो गई। पुलिस ने जांच के बाद आम आदमी पार्टी के पांच वर्करों जगदेव कलां गांव निवासी रेशम सिंह, लाडी, पिका, नंगली गांव निवासी पम्मा और एक अज्ञात के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।
जगदेव कलां निवासी सिमरनजीत सिंह ने बताया कि उनके पिता बुद्ध सिंह इस बार डीपीआइ के लिए प्रचार कर रहे थे। गांव के ही रेशम सिंह, लाडी, पिका और उनके दो साथी उनके साथ पुरानी रंजिश रखे हुए थे। उक्त सभी आरोपित आम आदमी पार्टी के लिए चुनाव प्रचार कर रहे थे। कुछ दिन पहले आरोपितों ने उनके पिता को धमकी दी थी कि वह पार्टी का प्रचार करना बंद कर दें। पर उनके पिता ने उनकी एक नहीं सुनी। लोकसभा चुनाव से पहले 17 मई की शाम उनके पिता बुद्ध सिंह घर में पत्नी प्रीत कौर और बेटी प्रीत कौर को बताकर गए कि वह कुछ देर बाद लौट आएंगे। इसके बाद आरोपितों ने उनके पिता को सुनसान रास्ते में घेर लिया। बेस बैट और लोहे की राड से हमला कर उन्हें बुरी तरह से जख्मी कर दिया। गांव के लोगों ने उन्हें निजी अस्पताल में दाखिल करवाया। तब से वह अस्पताल में ही भर्ती थे। मंगलवार को खून ज्यादा बह जाने के कारण उनकी मौत हो गई।
उधर, राजासांसी थाने के इंस्पेक्टर भारत भूषण ने बताया कि चुनाव को लेकर दोनों पक्षों में झगड़ा हुआ था। फिलहाल गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है। शव का पोस्टमार्टम करवाकर वारिसों के हवाले कर दिया गया है।
आरोपितों के खिलाफ गांव में धरना, पुलिस के खिलाफ नारेबाजी
बुद्ध सिंह की मौत की खबर सारे गांव में जंगल में आग की तरफ फैल गई। पता चलते ही डीपीआइ वर्करों ने गांव में धरना दिया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। उधर, बुद्ध सिंह के बेटे सिमरनजीत सिंह ने बताया कि चुनावी रंजिश को लेकर आरोपितों ने उनके पिता को बुरी तरह से पीटा। अस्पताल के डाक्टरों ने उन्हें बताया कि पिता की रीड़ की हड्डी, घटने और टांगों पर गहरे जख्म हैं। पीड़ित परिवार ने सरकार से गुहार लगाई है कि आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।