कांस्टेबल सहित छह को गिरफ्तार करने में पुलिस बेबस
। सुनील कपूर और उनकी पत्नी मोनिका द्वारा आत्महत्या करने के मामले में पंजाब पुलिस की खुफिया शाखा के कांस्टेबल गुरविदर सिंह सहित किसी आरोपित को अभी तक पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
फेयरलैंड कॉलोनी में 16 अक्टूबर को सुनील कपूर और उनकी पत्नी मोनिका द्वारा आत्महत्या करने के मामले में पंजाब पुलिस की खुफिया शाखा के कांस्टेबल गुरविदर सिंह सहित किसी आरोपित को अभी तक पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है। वहीं, पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि आरोपित कांस्टेबल गुरविदर सिंह और अन्य आरोपितों की सत्ता के गलियारों तक खासी पहुंच है जिसके चलते पुलिस किसी आरोपित को नहीं पकड़ पाई है।
फेयरलैंड कॉलोनी निवासी अजय कुमार और संजीव कुमार ने शनिवार की सुबह प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि उनका भाई सुनील कुमार पेशे से प्रॉपर्टी डीलर था। कुछ समय पहले उन्होंने कांस्टेबल गुरविदर सिंह से कोठी खरीदी थी। कांस्टेबल ने धोखे से कोठी बेच दी। इसके बाद उन्हें पता चला कि कोठी पर 17 लाख रुपये से ज्यादा बैंक का कर्ज है। गुरविदर सिंह कर्ज चुकाना नहीं चाहता था। उल्टा उनके भाई सुनील कुमार को धमकाया जा रहा था कि कांस्टेबल उससे दुखी होकर आत्महत्या कर लेगा। पीड़ित परिवार ने बताया कि सुनील कुमार और उनकी पत्नी लगातार कर्ज में दबते जा रहे थे। इधर, उनकी एक मेडिकल शाप का नौकर थामस भी लगातार दुकान पर घाटा दिखा रहा था। 16 अक्तूबर को मोनिका और सुनील ने दीवार पर सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या कर ली। मजीठा रोड थाने की पुलिस ने जांच के बाद कांस्टेबल गुरविदर सिंह, उसकी पत्नी रछपाल कौर, नवनीत सिंह, थॉमस, बब्बर और हरजिदर सिंह के खिलाफ आत्महत्या को उकसाने के आरोप में केस दर्ज किया था। इनका है यह कसूर
- कांस्टेबल गुरविदर सिंह ने धोखे से कोठी बेच दी थी। कोठी पर बैंक का कर्ज था। जिसकी भरपाई नहीं हो पा रही थी। गुरविदर सिंह सुनील को आत्महत्या करने की धमकी दे रहा था।
- रछपाल कौर कांस्टेबल गुरविदर सिंह की पत्नी है। गुरविदर ने अपनी पत्नी के बैंक चेक सुनील को दे रखे थे। लेकिन आरोपित महिला के बैंक खाते में पैसे नहीं थे।
- थॉमस दवा दुकान का नौकर था। जो लगातार दुकान में आर्थिक घाटा दिखा रहा था। कई बार हिसाब पूछने पर भी वह लेनदेन के बारे में जानकारी नहीं देता था।
-नवनीत सिंह को सुनील ने कहीं घर किराये पर लेकर दिया था। उससे 60 हजार रुपये वसूल करने थे। लेकिन नवनीत पैसे नहीं देने के बदले उसे देख लेने की धमकी दे रहा था।
- बब्बर उसी कोठी में किराये पर कमरा लेकर रह रहा था, जिसमें सुनील का परिवार रह रहा था। आरोप है कि सुनील ने बब्बर से 50 हजार रुपये लेने थे, जो कई बार मांगने पर नहीं मिले।
- हरजिदर सिंह कांस्टेबल गुरविदर सिंह का साढू़ है। हरजिदर सिंह ने भी कोठी का भुगतान करने के लिए अपने बैंक खाते के चेक दे रखे थे। आरोपितों के खिलाफ जुटाए कई सबूत : एसीपी एसीपी सरबजीत सिंह ने बताया कि मजीठा रोड थाने की पुलिस ने उक्त छह आरोपितों के खिलाफ कई सबूत जुटा लिए हैं। हालांकि लगातार छापामारी भी की जा रही है। एसीपी ने दावा किया है कि आने वाले दिनों में सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।