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पीपीई किट में लगती है गर्मी, पर कर्तव्य का निर्वाह कर मिलती है ठंडक

पर्सनल प्रोटेक्शन किट (पीपीई) एक ऐसी पोशाक है जो कोरोना संक्रमण के खिलाफ डॉक्टरों व पैरा मेडिकल स्टाफ को सुरक्षा कवच प्रदान करती है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 30 Jun 2020 11:11 PM (IST)Updated: Tue, 30 Jun 2020 11:11 PM (IST)
पीपीई किट में लगती है गर्मी, पर कर्तव्य का निर्वाह कर मिलती है ठंडक

नितिन धीमान, अमृतसर

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पर्सनल प्रोटेक्शन किट (पीपीई) एक ऐसी पोशाक है जो कोरोना संक्रमण के खिलाफ डॉक्टरों व पैरा मेडिकल स्टाफ को सुरक्षा कवच प्रदान करती है। यह हल्की-सी किट पहनना तो आसान है, पर 43 डिग्री तापमान में आठ-आठ घंटे इसके भीतर सिमटे रहना पहाड़ खोदने जैसा है। कोरोना काल में डॉक्टरों ने कर्तव्यनिष्ठता और समर्पण का प्रमाण दिया है वह सबसे सामने है। आज डॉक्टर-डे है और कोरोना के सामने चट्टान की भांति खड़े डॉक्टरों व पैरा मेडिकल स्टाफ के जज्बे को सलाम करने का दिवस भी।

जलियांवाला वाला बाग मेमोरियल सिविल अस्पताल में कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल कलेक्शन का काम जोरों पर है। सेंटर में आधा दर्जन डॉक्टरों सहित पैरा मेडिकल व नर्सिंग स्टाफ पीपीई किट्स पहनकर संदिग्ध लक्षणों से पीड़ित मरीजों के सैंपल कलेक्ट कर रहा है। हर वक्त कोरोना संक्रमण से घिरे रहने वाले ये स्वास्थ्य कर्मी बिना डरे, बिना रुके अपने काम को शिद्दत से अंजाम दे रहे हैं।

कोरोना के खात्मे तक ड्यूटी करूंगी: डॉ. भंगु

सिविल अस्पताल के सैंपल कलेक्शन सेंटर में कार्यरत डॉ. अरीत भंगु पिछले डेढ़ माह से कोविड-19 ड्यूटी पर हैं। कहती हैं कि अब यह अस्पताल ही हमारा परिवार है। जब तक कोरोना का खात्मा नहीं हो जाता तब तक मैं यही ड्यूटी करूंगी। सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉ. अरुण शर्मा के मार्गदर्शन में प्रतिदिन सौ से अधिक लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं।

घर पहुंचते ही बच्चों को दूर रहने को कहता हूं

स्वास्थ्य कर्मी राजेश शर्मा के अनुसार उनका काम संदिग्ध के सैंपल लेना, पैकिग करना, लेवल लगाकर इंफ्लुएंजा लैब तक भेजना है। परिवार को ज्यादा वक्त नहीं दे पाते, क्योंकि आज हर शख्स हमारा परिवार है। घर पहुंचते ही प्रवेशद्वार पर जूते व कपड़े उतार देता हूं। दो बेटे हैं जो पापा-पापा कहकर मुझसे लिपटना चाहते हैं, पर मैं उन्हें दूर से ही रुकने का इशारा करता हूं। हाथों को सैनिटाइज्ड कर बाथरूम में जाता हूं और नहाकर बाहर निकलकर बच्चों से मिलता हूं। यह पल बेहद भावुक करने वाला होता है।

सैंपल क्लेक्शन की जिम्मेदारी शिद्दत से निभाती हूं: सर्बजीत

हेल्थ वर्कर सर्बजीत कौर ने कहा कि पीपीई किट के बोझ से ज्यादा मुझ पर सैंपल कलेक्शन की जिम्मेवारी है। इस जिम्मेवारी को निभा सकूं, इसके लिए पूरी शिद्दत से काम करती हूं।

कोरोना के खतरे से ज्यादा ड्यूटी जरूरी: परमिंदर सिंह

हेल्थ वर्कर परमिदर सिंह के अनुसार मैं डॉक्टर के साथ सहयोगी हूं। डॉक्टर जब संदिग्ध का सैंपल लेती हैं तो में उसे वॉयल में रखता हूं। कोरोना संक्रमण का खतरा हर पल बरकरार रहता है, पर मेरे लिए ड्यूटी जरूरी है। सैंपल कलेक्शन सेंटर में डॉ. नवजोत, डॉ. प्रीति, डॉ. जसविदर, डॉ. नैना भी पीपीई किट्स पहनकर मरीजों के सैंपल लेती हैं। कोरोना काल में इन डॉक्टरों व हेल्थ वर्कर्स ने जो उदाहरण प्रस्तुत किया है वह अविस्मरणीय रहेगा।


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