सिर पर चोट लगने पर तीस प्रतिशत लोगों का समय पर नहीं हो पाता टेस्ट : डॉ. उप्पल
अमृतसर सिर की चोट लगने पर 30 प्रतिशत लोग सिर्फ इसलिए मौत की आगोश में समा जाते हैं, क्योंकि समय पर उनका सीटी स्केन व एमआरआइ टेस्ट नहीं हो पाता। सिर की चोट डायग्नोस करने के लिए ये टेस्ट अनिवार्य हैं।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
सिर की चोट लगने पर 30 प्रतिशत लोग सिर्फ इसलिए मौत की आगोश में समा जाते हैं, क्योंकि समय पर उनका सीटी स्केन व एमआरआइ टेस्ट नहीं हो पाता। सिर की चोट डायग्नोस करने के लिए ये टेस्ट अनिवार्य हैं। अस्पतालों में ट्रीटमेंट की व्यवस्था तो होती है, लेकिन टेस्ट की सुविधा नहीं। इसलिए मरीजों को निजी डायग्नोस्टिक सेंटरों तक पहुंचाया जाता है। एंबुलेंस के जरिए मरीजों को सेंटरों तक पहुंचाने में कई बार ट्रैफिक भी बाधा बनती है। यह विचार उप्पल न्यूरो अस्पताल के संचालक न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. अशोक उप्पल ने व्यक्त किए। शनिवार को रानी का बाग स्थित उप्पल अस्पताल में इमे¨जग सेंटर की शुरूआत की गई, जहां एमआरआइ व सीटी स्केन मशीनें इंस्टॉल की गई हैं। इन मशीनों का शुभारंभ मेयर कर्मजीत ¨सह ¨रटू ने किया।
डॉ. अशोक उप्पल ने कहा कि एमआरआइ मशीन 1.5 टेस्ला कंसोल विश्व स्तरीय आधुनिक सॉफ्टवेयर के साथ मरीजों की सूक्ष्मतम बीमारियों की खोज में सक्षम है। यह मशीन आधुनिक 4जी सुपर फास्ट तकनीक से लैस ध्वनि रहित एमआरआई सिस्टम है। मशीन में एक साथ कम समय में पूरे शरीर एवं पूरी रीढ़ की हड्डी का स्केन किया जा सकता है। इस मशीन से ब्रेन कंट्रास्ट एवं नॉन कंट्रास्ट एमआर परफ्यूजन इमे¨जग के अंतर्गत अधरंग कैंसर व ट्यूमर की मिनटों में पहचान की जा सकती है। साथ ही सीएस फ्लो स्टडी के अंतर्गत मरीज के सिर में पानी भरने एवं रक्त के बहाव में रुकावट की जानकारी, फंक्शनल ब्रेन इमे¨जग के अंतर्गत ब्रेन का कौन सा भाग काम कर रहा या नहीं, इसका पता लगाया जाता है।
इसके अलावा सीटी स्केन मशीन हड्डियों की छोटी से छोटी बीमारी को मिनटों में डायग्नोस किया जा सकता है। डॉ. उप्पल ने कहा कि उनका अस्पताल हमेशा आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की सहायता के लिए वचनबद्ध है।
इस मौके पर मेयर कर्मजीत ¨सह ¨रटू ने कहा कि ये मशीनें शहरवासियों के लिए वरदान बनेंगी। उप्पल अस्पताल चिकित्सा के क्षेत्र में अग्रणी होने के साथ अपने सामाजिक दायित्वों को भी निभा रहा है। कार्यक्रम में पार्षद संजीव टांगरी, डॉ. हरदास ¨सह, डॉ. सलिल उप्पल, डॉ. नवप्रीत, डॉ सुदेश शर्मा, डॉ. प्रताप मल्होत्रा, डॉ. संतोष उप्पल, डॉ. लतिका उप्पल, रमेश उप्पल, डॉ. सलिल उप्पल, डॉ. ज¨तदर, डॉ. शुभम, दयाल स्परूप, निर्मल कुमार पंत, रमा, हरदीप कौर उपस्थित थे।