गैंगस्टरों के चंगुल से 58 घंटे बाद छूटा दविदर, धमकाने के लिए कान के पास किए फायर
। गैंगस्टरों के चंगुल से 58 घंटे बाद भुल्लर गांव का दविदर सिंह छूट चुका है। इस बीच चार आरोपितों ने उसे कई बार बुरी तरह से पीटा।
जागरण संवाददाता, अजनाला (अमृतसर)
गैंगस्टरों के चंगुल से 58 घंटे बाद भुल्लर गांव का दविदर सिंह छूट चुका है। इस बीच चार आरोपितों ने उसे कई बार बुरी तरह से पीटा। अपहर्ताओं ने उसे धमकाया कि अगर उसके मौसा कश्मीर सिंह ने अपने बेटे सुखराज सिंह की हत्या में गैंगस्टर गोपी माहल के खिलाफ गवाही दी तो वह उसकी हत्या कर देंगे। आरोपित दो दिन तक दविदर सिंह की आंखों पर पट्टी बांध कर उसे घुमाते रहे। उसे खेतों में बने एक खाली घर में ले गए और उसके कान व पैरों के पास कई फायर किए। उसे धमकाया गया। जान से मारने की धमकी दी गई। यह सारी बातें दविंदर सिंह ने फोन पर अपने मौसा कश्मीर सिंह को बताई। कश्मीर सिंह ने यह सारी जानकारी दैनिक जागरण से बातचीत में फोन पर दी। फिलहाल दविंदर सिंह ने भुल्लर गांव में जाने से इन्कार कर दिया है। बताया जा रहा है कि वह अमृतसर में ही अपने किसी रिश्तेदार के पास रुका हुआ है। खौफ में है दविदर और उसका परिवार मां-बाप की मौत के बाद दविदर सिंह अपने भाई जतिदर सिंह के साथ भुल्लर गांव में रहते अपने मौसा के पास रह रहा है। लेकिन शुक्रवार को जेल में बंद गैंगस्टर गोपी माहल ने उसका अपने गुर्गों के मार्फत अपहरण कर लिया था। गैंगस्टर गोपी माहल नहीं चाहता था कि दविदर के मौसा कश्मीर सिंह अपने बेटे की हत्या के मामले में अदालत में उसके खिलाफ गवाही दे सके। फिलहाल दोनों भाइयों में काफी दहशत है। परिवार के लोग भी पुलिस को ज्यादा जानकारी नहीं दे रहे। गैंगस्टर गोपी को जेल से गिरफ्तार करेगी पुलिस : एसएसपी एसएसपी (देहाती) विक्रम दुग्गल ने बताया कि मामला गंभीर है। पुलिस दल जल्द आरोपित गोपी माहल को जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार करेगी। पता लगाया जा रहा है कि अपहरण की वारदात को अंजाम देने में गोपी ने किन गुर्गों का सहारा लिया है। उन्होंने बताया कि सारा मामला जल्द सुलझा लिया जाएगा। यह है मामला
16 दिसंबर 2018 को गैंगस्टर गोपी माहल ने पुरानी रंजिश के चलते भुल्लर गांव निवासी कश्मीर सिंह के बेटे सुखराज सिंह की गोलियां मारकर हत्या कर दी। लोपोके पुलिस ने गैंगस्टर और उसके साथियों के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। अब हत्या का ट्रायल कोर्ट में शुरू हो चुका था। शुक्रवार को अमृतसर की अदालत में गवाही होने वाली थी। गैंगस्टर जानता था कि अगर कश्मीर सिंह ने गवाही दी तो उसे जेल हो जाएगी। उसने जेल से बाहर अपने गुर्गों को फोन पर आदेश दिया का कश्मीर सिंह के भांजे दविदर सिंह का अपहरण कर लिया जाए। शुक्रवार की सुबह दविदर सिंह गांव से बाहर किसी काम से निकला था। चौगावां इलाके में पहुंचते ही चार युवकों ने दविदर का अपहरण कर लिया। सभी आरोपित उसकी आंखों पर पट्टी लपेटकर कई स्थानों पर घुमाते रहे।