कोरोना योद्धा बोले, वैक्सीन लगवाने के बाद नहीं हुई कोई समस्या, अफवाहों में न पड़ें, सुरक्षित है टीका
गुरु नानक देव अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. जेपी अत्री ने कहा कि वैक्सीन लगवाने के बाद उन्हें किसी तरह की शारीरिक परेशानी नहीं हुई।
जासं, अमृतसर : गुरु नानक देव अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. जेपी अत्री ने कहा कि वैक्सीन लगवाने के बाद उन्हें किसी तरह की शारीरिक परेशानी नहीं हुई। वह आधा घंटा तक रिकवरी में रहे इसके बाद अपने कार्यालय में चले गए और रूटीन की तरह ही कामकाज निपटाया। रविवार को छुट्टी थी। वह घर पर रहे और सोमवार को लगने वाली वैक्सीन की तैयारियों की समीक्षा भी करते रहे। डा. अत्री ने कहा कि यह वैक्सीन लोगों की जीवन रक्षा के लिए भेजी गई है। मैंने पहली बार लगवा ली है। 28 दिन बाद दूसरी लगावाउंगा। लोगों से अपील है कि वह भी इसे लगवाएं। लोग अफवाहों पर गौर न करें: राजेश शर्मा
सिविल अस्पताल में कार्यरत सीनियर लैब टेक्निशियन राजेश शर्मा अमृतसर में पहले शख्स हैं जिन्होंने सबसे पहले कोरोना वैक्सीन लगवाई। आधे घंटे बाद वह काम पर लौट गए। राजेश शर्मा सिविल अस्पताल की लैब में कार्यरत हैं। वैक्सीनेशन के बाद उन्होंने लैब में सैंपलों की जांच भी की। उनके अनुसार कोरोना वैक्सीन बेहद प्रभावी और सुरक्षित है। सभी हेल्थ वर्कर इसे लगवाएं। इसके बाद फ्रंटलाइन वारियर्स, फिर 50 साल से अधिक आयु के लोग व सरकारी गाइडलाइन के अनुसार आम लोगों को यह वैक्सीन लगेगी। अफवाहों पर गौर न करें। सरकार ने कड़ी मेहनत कर वैक्सीन तैयार करवाई है। हमारे वैज्ञानिकों ने दिन-रात एक किया है। मैं बिल्कुल फिट हूं : प्रो. मल्होत्रा
सरकारी मेडिकल कालेज गुरु नानक देव अस्पताल में चर्म रोग विभाग के प्रभारी प्रो. एसके मल्होत्रा ने वैक्सीन लगवाई थी। उनके अनुसार मैं बिल्कुल फिट हूं। रोजमर्रा के काम पहले की तरह ही निपटाए हैं। आज एयरपोर्ट पर हूं। अपने रिश्तेदारों को छोड़ने आया हूं। यह वैक्सीन सुरक्षित है और किसी को डरने की जरूरत नहीं। अब पत्नी भी लगवाएंगी वैक्सीन : डा. संजीव
डा. संजीव महाजन का नाम सूची में नही था, पर इन्होंने वैक्सीन लगवाई। इनकी ड्यूटी वैक्सीन लगाने वाले स्टाफ में थी। शाम पांच बजे तक वैक्सीन रूम में रहे। शाम को घर जाकर परिवार को बताया कि वैक्सीन लगवा आया हूं। मेरी पत्नी डा. आरती महाजन भी यह वैक्सीन लगवाएगी। सभी से अपील है कि बिना डरे वैक्सीन लगवाएंगे। यह सुरक्षित है और जीवनदायी भी।