सिविल सर्जन, स्वास्थ्य विभाग की डायरेक्टर और चार गाइनी डाक्टर चंडीगढ़ तलब
सिविल सर्जन डा. नवदीप सिंह ने अपने साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग को भी परेशानी में डाल दिया है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: सिविल सर्जन डा. नवदीप सिंह ने अपने साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग को भी परेशानी में डाल दिया है। गर्भवती महिला की डिलीवरी करते वक्त वीडियो बनवाकर जारी करने के मामले में पंजाब महिला आयोग ने सिविल सर्जन सहित स्वास्थ्य विभाग की डायरेक्टर डा. प्रभदीप कौर जौहल व सिविल अस्पताल की चार गाइनी डाक्टरों को तलब कर लिया है। सभी को 24 नवंबर को चंडीगढ़ में पेश होने के आदेश जारी किए गए हैं। महिला आयोग की चेयरपर्सन मनीषा गुलाटी ने इस मामले को गंभीर अपराध बताते हुए इसका स्वत: संज्ञान लिया है।
दरअसल, सिविल सर्जन डा. नवदीप सिंह ने बीते मंगलवार को सिविल अस्पताल में चार गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी की। इनमें एक महिला की डिलीवरी के वक्त उन्होंने बाकायदा वीडियोग्राफी करवाई। इस दौरान डा. नवदीप का ध्यान डिलीवरी प्रक्रिया पर कम और कैमरे की तरफ ज्यादा था। सिविल अस्पताल की चार गाइनी डाक्टरों को साथ लेकर लेबर रूम में डा. नवदीप ने गर्भवती के कोख से शिशु निकाला और वीडियो शूट करवाकर जारी करवा दिया। महिला का चेहरा भी वीडियो में दिख रहा है। इस मामले ने स्वास्थ्य विभाग में बवंडर मचा दिया। महिलाओं की निजता से जुड़े इस मामले में सिविल सर्जन के खिलाफ विभिन्न वर्गों में रोष व्याप्त है। 31 को सेवामुक्त हो रहे हैं डा. नवदीप
असल में डा. नवदीप 31 नवंबर को सेवामुक्त हो रहे हैं। वह यह दर्शाना चाहते थे कि सिविल सर्जन होने के बावजूद वह डिलीवरी करते हैं। इससे यह भी संकेत मिल रहे हैं कि सेवानिवृत्ति के बाद वह गायनी डाक्टर के रूप में स्वास्थ्य विभाग में सेवाएं प्राप्त करना चाहते हैं। रजिस्ट्रेशन कैंसिल कर डिसमिस करे सरकार: फोरम
प्रोग्रेसिव यूथ फोरम के अध्यक्ष अंकुर गुप्ता ने कहा कि डा. नवदीप के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। इनका रजिस्ट्रेशन नंबर कैंसिल हो और स्वास्थ्य विभाग इन्हें तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करे। उन्होंने महिलाओं की इज्जत उछालने का कुप्रयास किया है। यदि विभाग ने कार्रवाई न की तो फोरम इसका कड़ा विरोध करेगी। हेल्थ ग्रुप से रिमूव किया प्रेस नोट
सिविल सर्जन कार्यालय के स्टाफ ने बीते मंगलवार को प्रेस नोट, वीडियो व फोटो जारी की थी। हेल्थ ग्रुप में वीडियो अपलोड होने के बाद जब बवाल मचा तो स्टाफ ने प्रेस नोट डिलीट कर दिया। हालांकि वीडियो और फोटो तो दूर-दूर तक जा चुकी थीं। डायरेक्टर ने पहले सिविल सर्जन से मांगा जवाब
मैंने सिविल सर्जन को फोन कर कहा था कि आप ऐसा नहीं कर सकते। सिजेरियन करके मेसेज दिया जा सकता है कि आप सिविल सर्जन हो और अच्छा काम कर रहे हो, पर महिलाओं की वीडियो बनाकर इसे जारी करना गलत है। यह चिकित्सा नियमों के विपरीत है। फिलहाल मैंने डा. नवदीप से दो दिन के भीतर जवाब मांगा है। उनका जवाब आने के बाद महिला कमीशन को स्पष्टीकरण देंगे।
डा. प्रभदीप कौर, डायरेक्टर स्वास्थ्य विभाग डा. नवदीप ने नारी का अपमान किया: मनीषा गुलाटी
सिविल सर्जन डा. नवदीप ने महिलाओं की निजता का हनन किया है। यह नियमों का उल्लंघन है। सिविल सर्जन के खिलाफ कार्रवाई जरूर होगी। नारी को पूजने वाले देश में नारी का अपमान कर सिविल सर्जन ने शर्मिंदा किया है। 24 नवंबर को डा. नवदीप, डा. प्रभदीप कौर और चार गाइनी डाक्टरों को चंडीगढ़ में तलब किया गया है।
- मनीषा गुलाटी, चेयरपर्सन, पंजाब महिला आयोग