स्कूलों में जगी नो मोर ड्रेगन डोर की अलख
ड्रैगन डोर के खिलाफ 'दैनिक जागरण' की ओर से चलाए गए अभियान के बाद शहर भर के सरकारी स्कूलों के साथ-साथ निजी स्कूलों के विद्यार्थियों ने ड्रैगन डोर के खिलाफ अलख जगाई।
अखिलेश ¨सह यादव, अमृतसर
ड्रैगन डोर के खिलाफ 'दैनिक जागरण' की ओर से चलाए गए अभियान के बाद शहर भर के सरकारी स्कूलों के साथ-साथ निजी स्कूलों के विद्यार्थियों ने ड्रैगन डोर के खिलाफ अलख जगाई। हाथों में तख्तियां पकड़ कर जहां विद्यार्थियों ने खुद शपथ ली वहीं उन्होंने संकल्प किया कि जानलेवा ड्रैगन डोर का प्रयोग किसी दूसरे व्यक्ति या बच्चे को भी नहीं करने देंगे।
डीईओ सेकेंडरी सल¨वदर ¨सह समरा ने 'दैनिक जागरण' के चलाए गए ड्रैगन डोर के खिलाफ अभियान का संज्ञान लेते हुए एक शपथ पत्र स्कूलों को जारी किया। ड्रैगन डोर के जानलेवा दुष्प्रभाव के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए अध्यापकों को सुबह की प्रार्थना सभा में शपथ दिलाने के आदेश दिए। बच्चों ने डीईओ सल¨वदर ¨सह समरा द्वारा जारी किए गए शपथ पत्र के अनुसार शपथ भी ली। यह शपथ शहर के कई सरकारी व निजी स्कूलों में ली गई।
अभियान 'ड्रैगन डोर-नो मोर' की सराहना करते हुए प्रभाकर सीसे स्कूल के ¨प्रसिपल राजेश प्रभाकर ने कहा कि ड्रैगन डोर एक जानलेवा डोर बन चुकी है। इस अभियान से चाइनीज डोर से पतंगबाजी नहीं करने की प्रेरणा मिलेगी। सभी का एक मत से मानना है कि ड्रैगन डोर सैकड़ो साल पुरानी धागे वाली डोर को निगल गई है और यह तेजी से पंछियों और इंसानों को हानी पहुंचाने के लिए आगे बढ़ रही है।
जिले में 2 लाख बच्चों ने ली शपथ
अमृतसर में डीईओ सेकेंडरी सल¨वदर ¨सह समरा की ओर से जारी किए गए पत्र के बाद लगभग सभी सरकारी स्कूलों के साथ निजी स्कूलों ने भी ड्रैगन डोर के खिलाफ शपथ उठाई। यह आंकड़ा लगभग दो लाख विद्यार्थियों के करीब बैठता है। सरकारी प्राइमरी, मिडिल व हाई तथा सेकेंडरी के 1251 कुल स्कूलों में 1 लाख 85 हजार 47 विद्यार्थियों ने शपथ ली। वहीं निजी स्कूलों में लगभग 15 हजार बच्चों ने शपथ ली। अभियान में प्रभाकर सीसे स्कूल, सेंट पीटर कान्वेंट स्कूल सहित कई निजी व सरकारी स्कूल शामिल हुए। प्रभाकर सीसे स्कूल में ¨प्रसिपल राजेश प्रभाकर व सेंट पीटर कान्वेंट स्कूल में डायरेक्टर रंजीत कौर संधू व ¨प्रसिपल पूजा की अगवाई में शपथ समारोह का आयोजन किया।
'दैनिक जागरण' का अभियान प्रशंसनीय : डीईओ
ड्रैगन डोर खतरनाक बन चुकी है। शिक्षा विभाग के एक अधिकारी होने के नाते मैंने ड्रैगन डोर के प्रभाव को खत्म करने के लिए बच्चों को जागरूक करने का प्रयास किया है। यह प्रयास युद्धस्तर पर जारी है। 'दैनिक जागरण' द्वारा जागरूकता अभियान प्रशंसनीय है। विभाग की ओर से एक शपथ पत्र भी जारी किया गया है जो सरकारी स्कूलों में वाट्सएप के जरिये वितरित कर दिया गया है। मैं खूद भी स्कूलों में चे¨कग के दौरान बच्चों को चाइनीज डोर के खिलाफ जागरूक कर रहा हूं।
-सल¨वदर ¨सह समरा, डीईओ