मुख्यमंत्री जी! शहीद मदनलाल ढींगरा की आत्मा से मत करो खिलवाड़
जागरण संवाददाता, अमृतसर 11 माह पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह ने अमृतसर में शहीद मदनला
जागरण संवाददाता, अमृतसर
11 माह पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह ने अमृतसर में शहीद मदनलाल ढींगरा का स्मारक बनाने की घोषणा की थी। तब शहीद ढींगरा के बलिदान दिवस पर आयोजित समारोह में पहुंचे मुख्यमंत्री ने मंच से कहा था कि कटड़ा शेर ¨सह स्थित शहीद ढींगरा के पैतृक घर को राष्ट्रीय स्मारक का रूप दिया जाएगा। अफसोस, मुख्यमंत्री अपना वायदा भूल गए। यह चुनावी वायदा नहीं था और न ही जनता को दिया गया कोई प्रलोभन। देश की आजादी के लिए लड़े एक शहीद को श्रद्धांजलि थी, जो सीएम ने आज तक नहीं दी। यह दर्द पूर्व स्वास्थ्य मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला का है। मुख्यमंत्री द्वारा वायदा पूरा न करने से नाराज प्रो. चावला ने मंगलवार को टाउन हाल स्थित शहीद मदनलाल ढींगरा की प्रतिमा के निकट विरोध दर्ज करवाया।
चावला ने कहा कि आजादी के इस परवाने की शहादत का पंजाब सरकार उपहास उड़ा रही है। अमृतसर के कटड़ा शेर ¨सह में रहने वाला मदनलाल ढींगरा लंदन में इंजीनियर बनने गया था, लेकिन वहां देश की आजादी का इंजीनियर बन गया। अंग्रेजी हुकूमत द्वारा लंदन में भारतीय छात्रों के किए जा रहे अपमान का बदला ढींगरा ने अंग्रेज प्रशासक विलियम हट कर्जन वायली को गोली मारकर लिया था। 17 अगस्त 1909 को मदनलाल ढींगरा को अंग्रेजी हुकूमत फांसी के फंदे पर लटका दिया गया। दुखद पहलू है कि तख्त-ए-लंदन तक स्वाधीनता की अलख जगाने वाले शहीद को अपने घर में ही सम्मान नहीं मिल रहा।
चावला ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह ने 17 अगस्त 2017 को शहीद ढींगरा के बलिदान दिवस पर सांसदों, मंत्रियों व सरकारी अधिकारियों की उपस्थिति में कटड़ा शेर ¨सह में स्मारक बनाने की घोषणा की। मुझे ऐसा लगता है कि यह घोषणा भी वैसी ही है जैसी राजनेताओं द्वारा चुनाव के समय जनता से की जाती है। सरकार के मंत्री जनता के साथ राजनीतिक वायदे करते हैं और पूरे नहीं करते, लेकिन शहीद के साथ ऐसा अपराध न करो। शहीद की आत्मा दुखी हो रही है और भारत मां का सीना छलनी हो रहा है। इसी वर्ष मैं जालंधर में मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह से मिली। तब शिक्षा मंत्री ओमप्रकाश सोनी, स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत ¨सह सिद्धू, आईएस अधिकारी सुरेश कुमार व वेणु प्रसाद ने कहा कि उनकी फाइल मूव हो गई। यह फाइल कहां है, आज तक मालूम नहीं। सरकार ने शहीद ढींगरा के घर की जमीन भी अधिगृहीत नहीं की। इससे साफ है कि सरकार की नीति व नीयत साफ नहीं। सीएम द्वारा की गई घोषणा को 11 माह बीत चुके हैं। अगले माह शहीद ढींगरा का बलिदान दिवस है। सरकार शहीद ढींगरा का स्मारक के निर्माण का कार्य शुरू करे। इस काम में सरकार को हम भी सहयोग करेंगे। शहीद मदनलाल ढींगरा स्मारक समिति के सदस्य स्मारक निर्माण के समय कारसेवा करेंगे। जरूरत पड़ने पर पैसा भी खर्च करेंगे।
इससे पूर्व शहीद मदनलाल ढींगरा स्मारक समिति के सदस्यों ने अम¨रदर सरकार होश में आओ, शहीद ढींगरा का स्मारक बनवाओ आदि नारे भी लगाए। इस अवसर पर पवन कुंदरा, राकेश शर्मा, ¨प्रसिपल अजय बेरी, हजारामल, राजेश पाठक, नीलम शर्मा, जगतराम, विकास खन्ना, सतपाल शर्मा, प्रदीप कुमार, विपिन कुमार आदि उपस्थित थे।