वीजा कंसल्टेंसी सेंटर में चली गोलियां, महिला जख्मी
अमृतसर रंजीत एवेन्यू बी ब्लाक स्थित डेल्टा कंसलटेंसी सेंटर में बुधवार की रात दर्जनभर हथियारबंद युवकों ने सेंटर के मालिक और महिला कर्मी को बुरी तरह से पीट दिया।
-सेंटर के मालिक और महिला कर्मी को दर्जनभर हथियारबंद युवकों ने बुरी तरह से पीटा
-पैसों के लेनदेन को लेकर हुआ विवाद, घटना के बारे में पता चलते ही एडीसीपी लखबीर ¨सह पहुंचे जांच को
फोटो नंबर - 67-68-69
जागरण संवाददाता, अमृतसर
रंजीत एवेन्यू बी ब्लाक स्थित डेल्टा कंसलटेंसी सेंटर में बुधवार की रात दर्जनभर हथियारबंद युवकों ने सेंटर के मालिक और महिला कर्मी को बुरी तरह से पीट दिया। नेताओं की धमकी देकर आरोपितों ने वहां दहशत तो फैलाई। वही महिला कर्मी की तरफ पिस्तौल करके सीधे फायर भी किए। महिला कर्मी के चेहरे पर तेजधार हथियार से वार कर उसे जख्मी कर दिया गया। घटना के बारे में पता चलते ही इलाका एडीसीपी लखबीर ¨सह पुलिस बल के साथ मौका-ए-वारदात पर पहुंच गए। घायल महिला को इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल करवाया गया है।
एडीसीपी लखबीर ¨सह ने घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे खंगालने शुरु कर दिए हैं। उन्होंने बताया कि गोलियां चलाने वाले किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे। रंजीत एवेन्यू निवासी दलजीत ¨सह ने बताया कि वह रंजीत एवेन्यू के बी ब्लाक में ग्राउंड फ्लोर पर डेल्टा इमिग्रेशन कंसलटेंसी सेंटर नाम से कारोबार करते हैं। पिछले कुछ सालों से उन्होंने एक महिला को अपने कार्यालय में नौकरी पर रखा है। महिला कर्मी ने आगे एक आर्किटेक्चर सुलखनी नाम की लड़की को रखा हुआ है। दोनों में पैसों को लेकर विगत में कुछ विवाद हो गया था। उन्होंने सुलखनी को अपने आफिस से चले जाने को कहा था। कुछ दिन पहले सुलखनी उनकी मुलाजिम को जान से मारने की धमकियां देकर चली गई थी।
बुधवार की रात वह काम निपटाकर घर जाने की तैयारी कर रहे थे। इस बीच सुलखनी दोबारा उनके ऑफिस पहुंची और गाली-गलौज करने लगी। इतने में उन्होंने पुलिस के कंट्रोल रूम पर शिकायत कर दी थी। देखते ही देखते सुलखनी ने अपने पिता और भाई को फोन कर उनके आफिस में बुला लिया। मात्र दो मिनट के भीतर सुलखनी के भाई, पिता और दर्जनभर हथियारबंद युवक उनके दफ्तर में गुंडागर्दी करने पहुंच गए। जब उन्होंने बैठकर बात करने के लिए निवेदन किया तो सभी आरोपितों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। उनकी महिला मुलाजिम को बुरी तरह से पीटा गया और वह बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ी। जब उन्होंने वहां से भागकर जान बचाने का प्रयास किया तो एक युवक ने सीधे उनकी तरफ फायर शुरू कर दिए। उन्होंने नीचे झुक कर अपना बचाव किया और गोली सीधे दीवार को जा लगी। आरोपित उन्हें पीटने के बाद बाहर की तरफ गोलियां चलाते बाहर सड़क की तरफ चले गए।
पुलिस पर ही लगाने लगे गोलियां चलाने के आरोप
पता चला है कि जब पुलिस दल वहां पहुंचा तो उन्हें आरोपित और पीड़ित की पहचान करनी मुश्किल हो रही थी। जब पुलिस ने गोली चलने के बारे में पूछा तो आरोपित पक्ष ने पुलिस दल में भ्रम पैदा करने के लिए आरोप लगाने शुरु कर दिए कि गोली तो पुलिस कर्मियों ने ही चलाई है। जांच के प्राथमिक चरण में पुलिस को ग्राउंड फ्लोर पर घायल पड़े पीड़ित तक पहुंचे में काफी माथा-पच्ची करनी पड़ी।