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बीएसएनएल की लिफ्टें बंद, सांस फुलाते सीढि़यां चढ़ते हैं उपभोक्ता

अमृतसर सरकारी खजाने से हजारों रुपए खर्च करने के बाद भारतीय संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के रंजीत एवेन्यू स्थित कार्यालय में लगी दो लिफ्टें कबाड़ का रूप धारण कर रही हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 03 Apr 2019 12:50 AM (IST)Updated: Wed, 03 Apr 2019 06:31 AM (IST)
बीएसएनएल की लिफ्टें बंद, सांस फुलाते  सीढि़यां चढ़ते हैं उपभोक्ता
बीएसएनएल की लिफ्टें बंद, सांस फुलाते सीढि़यां चढ़ते हैं उपभोक्ता

-हजारों रुपए खर्च करने के बाद दोनों लिफ्टें बनी कबाड़, एक तो चलती ही नहीं

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फोटो-67

जागरण संवाददाता, अमृतसर

सरकारी खजाने से हजारों रुपए खर्च करने के बाद भारतीय संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के रंजीत एवेन्यू स्थित कार्यालय में लगी दो लिफ्टें कबाड़ का रूप धारण कर रही हैं। बीएसएनएल के स्टाफ सहित विभागीय उपभोक्ताओं की सहूलियत के लिए कार्यालय में लगाई गई दो लिफ्टों में से एक लिफ्ट तो खराब हो चुकी है, जिसे ठीक नहीं करवाने की वजह से हर रोज बीएसएनएल के कार्यालय में आने वाले उपभोक्ताओं परेशानी झेलनी पड़ रही है।

विभागीय सूत्रों के मुताबिक लगभग 10 साल पहले रंजीत एवेन्यू में कार्यालय शिफ्ट होने के समय जनरल मैनेजर (जीएम) के कार्यालय में दो नई लिफ्टें लगवाई गई थी, ताकि कार्यालय के स्टाफ सहित विभागीय उपभोक्ताओं को खासकर बुजुर्गों को कार्यालय की ऊपरी मंजिलों पर जाने के लिए सीढि़यां पर दिक्कत पेश न आए। बीएसएनएल के प्रबंधकों के ढुलमुल रवैये और सरकारी कार्यप्रणाली के चलते उपभोक्ताओं को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं दूसरी तरफ लिफ्टों के बंद होने का लेकर पक्ष जानने के लिए जब जीएम से संपर्क करना चाहा, उन्होंने फोन उठाना मुनासिब ही नहीं समझा।

दिव्यांगों व बुजुर्गो को मिले सुविधा

आरटीआइ एक्टिविस्ट व अधिवक्ता पीसी शर्मा का कहना है कि बीएसएनएल के जीएम से मिलने के लिए शहर ही नहीं, शहर से बाहर से लोग भी आते हैं, जिन्हें लिफ्ट की सुविधा न मिलने की वजह से परेशानी है। शर्मा ने कहा कि युवा तो सीढि़यों के रास्ते ऊपरी मंजिल तक पहुंच जाते हैं, मगर दिव्यांगों व बुजुर्गों के लिए लिफ्टें काफी सुविधाजनक हैं।


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