गुरबाणी का प्रसारण रोक मजीठिया की रैली दिखाने से संगत के मन को ठेस पहुंची : औजला
। कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कहा कि खुद को पंथक पार्टी कहने वाला शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने धार्मिक समागमों में राजनीति करने की अपनी पुरानी परंपरा को कायम रखा है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कहा कि खुद को पंथक पार्टी कहने वाला शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने धार्मिक समागमों में राजनीति करने की अपनी पुरानी परंपरा को कायम रखा है। उन्होंने कहा कि श्री हरिमंदिर साहिब से चल रहे गुरबाणी के सीधे प्रसारण को रोककर विधानसभा हलका दाखा से उपचुनाव चुनाव लड़ रहे अकाली दल के उम्मीदवार के हक में की जा रही रैली को दिखाया गया, जिससे सिख संगत की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है।
औजला ने कहा कि एक निजी पंजाबी चैनल पर श्री गुरु रामदास जी के प्रकाश पर्व को समर्पित श्री हरिमंदिर साहिब से कीर्तन का सीधा प्रसारण किया जा रहा था। लेकिन धार्मिक प्रसारण को बंद करवाकर विधानसभा हलका दाखा में की जा रही बिक्रम सिंह मजीठिया की रैली का सीधा प्रसारण दिखाया गया, क्या अकाली नेता स्वयं को गुरुधामों से ऊपर समझते हैं। एक तरफ सिख संगत धार्मिक प्रसारण से गुरु की खुशियां हासिल कर रही थी, जबकि अकाली नेता सिख संगत की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करके अपनी राजनीति चमकाने में लगे हुए थे। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी मजीठिया सिख परंपराओं के विपरीत राजनीतिक नेताओं की तारीफ में गुरबाणी से छेड़छाड़ कर चुके हैं तथा इनको पांच सिख साहिबान की तरफ से सजा भी दी गई थी। सिख परंपराओं का अपमान करने वाले अकाली नेताओं को पंजाब की जनता पहले ही नकार चुकी है तथा आने वाले समय में भी इन्हें करारा जवाब देगी। औजला ने श्री अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से मांग की है कि गुरबाणी का प्रसारण बंद कर चुनाव रैली दिखाने वालों की जांच करके अकाली नेताओं के खिलाफ सिखी सिद्धांत अनुसार कार्रवाई की जाए।