शराब तस्करी में एएसआइ को क्लीनचिट, मुखबर का नाम नाम एफआइआर में शामिल
एएसआइ रछपाल सिंह को पुलिस अधिकारियों ने 16 पेटी शराब तस्करी और चोरी की कार बरामदगी के मामले में क्लीनचिट दे दी है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : छेहरटा पुलिस थाने में 13 मई 2015 को दर्ज की गई एफआइआर में नामजद एएसआइ रछपाल सिंह को पुलिस अधिकारियों ने 16 पेटी शराब तस्करी और चोरी की कार बरामदगी के मामले में क्लीनचिट दे दी है। इसके साथ ही पुलिस ने उक्त मामले की मुखबरी करने वाले फतेहगढ़ चूड़ियां निवासी कुनाल पुरी का नाम एफआइआर में शामिल कर लिया है।
कुनाल पुरी का कहना है कि उसे पुलिस के लिए काम करना भारी पड़ गया है। उसने अपने वकील नवीन महाजन के माध्यम से हाईकोर्ट में याचिका दायर की है कि उक्त मामले में उसे फंसाया जा रहा है। पुलिस के किसी सीनियर अधिकारी से मामले की जांच करवा उसे इंसाफ दिया जाए। यही नहीं, उसने हाईकोर्ट से सुरक्षा की मांग भी की है।
मामले की पैरवी कर रहे वकील नवीन कुमार महाजन ने बताया कि कुनाल पुरी साल 2015 में वह एएसआइ रछपाल सिंह के लिए मुखबरी करता था। उसने दावा किया कि वह कई अहम जानकारियां उक्त पुलिस मुलाजिम को दे चुका था। 13 मई 2015 को रछपाल सिह स्विफ्ट कार में 16 पेटी शराब छिपाकर ला रहा था। नाके पर एएसआइ परमजीत सिंह ने उसे रोक लिया। तलाशी लेने पर शराब की पेटियां बरामद की गई और जांच में सामने आया था कि एएसआइ रछपाल सिंह चोरी की कार में शराब की तस्करी कर रहा था। छेहरटा पुलिस ने एएसआइ रछपाल सिंह के साथ जगमोहन सिह नीटू को अदालत में पेश किया और पांच दिन का पुलिस रिमांड भी लिया था। दोनों आरोपितों को लगभग एक महीना तक जेल में रखा गया था। जमानत पर छूटने के बाद एएसआइ ने 18 जुलाई 2016 को किसी तरह उक्त एफआइआर में जांच के आदेश करवा लिए। जांच में एएसआइ ने अपने कई रिश्तेदारों के बयान करवाकर एक पुलिस अफसर से खुद को क्लीन चिट दिलवा ली है। इसके साथ ही कुनाल पुरी का नाम एफआइआर में शामिल कर लिया।
इस बारे में पता चलने पर कुनाल ने न्यायधीश तनिष्क गोयल की कोर्ट में जमानत अर्जी दायर की थी। मामले पर गौर करते हुए कोर्ट ने कुनाल को जमानत पर रिहा भी कर दिया है।
बड़े अफसर के लिए करता था मुखबरी
कुनाल पुरी ने बताया कि वह पंजाब पुलिस के एक बड़े अफसर के लिए मुखबरी का काम करता था। घटना वाले दिन छेहरटा पुलिस ने एएसआइ रछपाल सिंह को रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। बावजूद जिला पुलिस के कुछ अधिकारी रछपाल सिंह को बचा रहे हैं। उसने आरोप लगाया कि उक्त एएसआइ को तत्कालीन जांच अधिकारी ने शराब तस्करी और चोरी की कार के साथ रंगे हाथों पकड़ा था। उक्त सभी बातें एफआइआर और रिमांड पेपर में भी लिखी हुई हैं।
आरोप बेबुनियाद : एएसआइ रछपाल सिंह
उधर एएसआइ रछपाल सिंह ने बताया कि उस पर लगाए जा रहे सभी आरोप बेबुनियाद हैं। पुलिस अधिकारी मामले की जांच कर चुके हैं और तथ्यों के आधार पर उन्हें उक्त एफआइआर से क्लीनचिट दी गई है।