दो भाइयों सहित जली 10 चिताएं, हर तरफ छाया मातम
अमृतसर श्री दुग्र्याणा तीर्थ शिवपुरी में रविवार को नम आंखों के साथ अपनों के शवों को अग्नि के सपुर्द करने के दृश्य पत्थर मन भी पिघला देते।
कमल कोहली, अमृतसर
श्री दुग्र्याणा तीर्थ शिवपुरी में रविवार को नम आंखों के साथ अपनों के शवों को अग्नि के सपुर्द करने के दृश्य पत्थर मन भी पिघला देते। जोड़ा फाटक में हुए भीषण रेल हादसे ने कई परिवारों के जवान बेटों और घर के मुखिया को छीन लिया है। कई परिवारों के सपने अग्नि की भेंट चढ़ गए। इतना दर्द और गम इन परिवारों को पूरी उम्र रुलाएगा। रविवार को श्री दुग्र्याणा शिवपुरी में रेल हादसे में मारे गए दस लोगों का अंतिम संस्कार किया गया। जबकि शानिवार को 31 लोगों का संस्कार किया गया था। पिता की तमन्ना थी कि बेटा रेलवे में नौकरी करे, दुनिया से चला गया
रेल हादसे में जवान बेटा खोने वाले
अनिल कुमार पर दुखों का पहाड़ टूटा है। बेटे की चिता को अग्नि भेंट करने के बाद उसके आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। अनिल कुमार निवासी 292डी शिवाला कॉलोनी ने बताया कि उसका बेटा आकाश प्लस टू की पढ़ाई कर रहा था तथा रेल विभाग में नौकरी के लिए फार्म भरकर जालंधर में पेपर देने भी गया था। उसे उम्मीद थी कि वह रेल विभाग में नियुक्त हो जाएगा। इसका नतीजा कब आना है इसका तो मुझे पता नही परंतु उनका बेटा अब इस दुनिया में नही रहा है। आकाश 19 वर्षीय का था तथा उसकी एक बहन है। अब उनका अकेला पुत्र अपने परिवार को सारी उम्र का गम दे गया है। वह दशहरा पर्व देखने गया था पर उसक बाद उसकी आंखे हमेशा के लिए बंद हो गई।
दो भाईयों की एक साथ जली चिताएं
पुलिस कमिश्नर की कोठी के नजदीक फ्रूट की रेहड़ी लगाने वाले दो भाई गु¨रदर कुमार और पवन कुमार पुत्र आत्मा राम निवासी गली नंबर 13 दशमेश नगर जोड़ा फाटक रेल हादसे में अपने परिवार को अकेला छोड़कर मौत के मुंह में चला गया था। रविवार को श्री दुग्र्याणा तीर्थ शिवपुरी में अंतिम संस्कार कर दिया गया। मृतक गु¨रदर कुमार के बेटे दीपक कुमार ने कहा कि उनका पिता तथा चाचा पवन कुमार घर से दशहरा देखने के लिए गए थे लेकिन इस दशहरे ने उनकी जीवन लीला समाप्त कर दी। गु¨रदर ¨सह के दो बेटे व एक बेटी है तथा मृतक पवन कुमार के दो लड़कियां व एक बेटा है। परिवार का दायित्व दोनों भाइयों के कंधे पर था। दोनो परिवार सदमें में है।
उत्तरप्रदेश से आया था अमृतसर में नौकरी करने
रेल हादसे में परवेश कुमार पुत्र मत्थू लाल निवासी गली नंबर पांच कृष्णा नगर जोड़ा फाटक जिला उन्नाव गांव शाहबाद ग्रांट यूपी का रहने वाला था तथा वह अमृतसर में एक प्राइवेट फैक्टरी में काम करता था। उसकी शादी नही हुई थी। उसके जीजा मिथलेश पंकज ने बताया कि वह अमृतसर में अकेला ही रहता था। मौत के बाद उसके माता पिता व बहन को इस दुखद समाचार के बारे में बताया गया था। जो कि संस्कार करने के लिए अमृतसर आए है। इस हादसे ने उनके पुत्र को छीन लिया है।
19 वर्षीय स्वर्ण माता-पिता को दे गया उम्र भर का गम
रेल हादसे में 19 वर्षीय स्वर्ण पुत्र नन्हें लाल गली नंबर नो न्यू जवाहर नगर बटाला रोड अपने माता पिता को गम देकर दुनिया को अलविदा कह गया। स्वर्ण के पिता नन्हें लाल माली का काम करते है। स्वर्ण अपने पिता का हाथ बंटाता था तथा घर का गुजारा करने के लिए नौकरी करता था। उसके दो भाई व एक बहन है। शिवपुरी में संस्कार करते हुए परिवारिक सदस्यों ने कहा कि उनका सब कुछ लूट गया है।
मेहनत करके परिवार को भेजता था पैसे
जिला बलिया गांव पसारीपुर यूपी का रहने वाला दिनेश कुमार पुत्र मंगत राम अमृतसर में राजमिस्त्री का काम करने आया हुआ था। मकान मालिक संदीप कुमार ने बताया कि दिनेश कुमार की मौत की सूचना उनके परिवारिक सदस्यों को दी गई थी। उनकी पत्नी व परिवार के सदस्य संस्कार के लिए आए है। दिनेश कुमार ही परिवार का सहारा था तथा मेहनत करके घर का गुजारा करता था। उसकी पत्नी, दो लड़कियां व एक लड़का है।
श्री दुग्र्याणा तीर्थ शिवपुरी में हुए रविवार को दस संस्कार
अभिषेक दस वर्षीय पुत्र दिनेश कुमार निवासी रसूलपुर कलर जोड़ा फाटक, बुधराम पुत्र गंगा राम निवासी रसूलपुर कलर, दिनेश कुमार पुत्र राम कुमार निवासी रसूलपुर कलर, परवेश कुमार पुत्र नत्थू लाल निवासी गली नंबर पांच जोड़ा फाटक, तिलक राज पुत्र प्यारा लाल निवासी गली नंबर चार कृष्णा नगर जोड़ा फाटक, स्वर्ण पुत्र नन्हे लाल निवासी गली नंबर नो न्यू जवाहर नगर बटाला रोड, आकाश पुत्र अनिल कुमार निवासी शिवाला कालोनी, गु¨रदर कुमार व पवन कुमार पुत्र आत्मा राम निवासी गली नंबर तेरह दशमेश नगर जोड़ा फाटक का अंतिम संस्कार श्री दुग्र्याणा शिवपुरी में कर दिया गया है।