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अस्पताल में नवजात शिशु को फेंक गया अज्ञात शख्स, आवारा कुत्ते खा गए सिर और पेट

अमृतसर पंजाब में ऐसे हजारों लोग हैं जो संतान सुख से वंचित हैं, लेकिन अमृतसर में एक पत्थर दिल इंसान ने नवजात शिशु को झाड़ियों में फेंक दिया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 08 Oct 2018 12:23 AM (IST)Updated: Mon, 08 Oct 2018 12:23 AM (IST)
अस्पताल में नवजात शिशु को फेंक गया अज्ञात  शख्स, आवारा कुत्ते खा गए सिर और पेट
अस्पताल में नवजात शिशु को फेंक गया अज्ञात शख्स, आवारा कुत्ते खा गए सिर और पेट

जागरण संवाददाता, अमृतसर

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पंजाब में ऐसे हजारों लोग हैं जो संतान सुख से वंचित हैं, लेकिन अमृतसर में एक पत्थर दिल इंसान ने नवजात शिशु को झाड़ियों में फेंक दिया। इस शिशु का सिर और पेट आवारा कुत्ते खा गए।

घटना अमृतसर के गुरुनानक देव अस्पताल में घटी। रविवार की दोपहर तकरीबन चार बजे गायनी वार्ड के सामने स्थित कार पार्किंग में झाड़ियों में आवारा कुत्तों को मंडराते देखा गया। अस्पताल के सुरक्षा कर्मचारियों ने देखा तो झाड़ियों में नवजात शिशु पड़ा था और आवारा कुत्ते इसे नोंच रहे थे। कुत्तों ने नवजात का सिर और पेट पर नुकीले दांत गढ़ा दिए थे। मांस खा रहे थे। यह इतना दर्दनाक और भयानक दृश्य था जिसकी तस्वीरें हम आपको दिखा भी नहीं सकते। एक मां की कोख से जन्मे इस बच्चे को इतनी दर्दनाक मौत मिलेगी, यह सोचकर ही हृदय कांप उठता है।

खास बात यह है कि जिस स्थान पर बच्चे का शव बरामद हुआ, वहां से गायनी वार्ड महज 200 गज की दूरी पर है। ऐसा माना जा रहा है कि लेबर रूम में किसी महिला की डिलीवरी हुई होगी और उसने या उसके परिजनों ने बच्चे को झाड़ियों में फेंक दिया होगा। दूसरा पहलू यह है कि कोई बाहरी शख्स इन अनचाहे बच्चे को अस्पताल में फेंक गया होगा। अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि बच्चे को यहां आज फेंका गया या कल। अस्पताल परिसर में सीसीटीवी कैमरे न होने की वजह से इस गुत्थी को सुलझाना पुलिस के लिए भी टेढ़ी खीर बना हुआ है।

घटना की जानकारी मिलने पर अस्पताल के मेडिकल सुप¨रटेंडेंट डॉ. सु¨रदर पाल पहुंचे और पुलिस केा भी सूचित किया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। ईएसआइ अस्पताल में मिले थे दो नवजात बच्चों के शव

दो माह पूर्व गुरुनानक देव अस्पताल के बिल्कुल साथ सटे ईएसआइ अस्पताल में दो नवजात शिशुओं के शव बरामद हुए थे। इन शिशुओं को यहां कौन फेंक गया, यह आज तक मालूम नहीं चल पाया। ईएसआइ अस्पताल प्रशासन ने तब इस मामले को अपने स्तर पर ही दबा दिया था। लेबर रूम का रिकॉर्ड खंगालेंगे : डॉ. सु¨रदर पाल

मेडिकल सुप¨रटेंडेंट डॉ. सु¨रदर पाल ने कहा कि हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि कहीं अस्पताल के लेबर रूम में जन्मे बच्चे को तो कोई शख्स यहां नहीं फेंक गया। इसके लिए लेबर रूम का रिकॉर्ड चेक किया जा रहा है। आज और कल में कितने बच्चों का जन्म हुआ, उनके अभिभावकों का नाम व पता खंगाल रहे हैं। सभी लोगों के फोन नंबर की सूची पुलिस को दी जाएगी। साथ हम अपने स्तर पर भी इनसे पूछताछ करेंगे कि कहीं इनमें से तो किसी ने बच्चा झाड़ियों में नहीं फेंका। वैसे यह भी हो सकता है कि कोई बाहरी शख्स यहां बच्चा फेंक गया है। फिलहाल दोनों ही पहलुओं पर जांच की जा रही है।


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