खालसा पंथ की स्थापना भारतीय इतिहास में एक महान क्रांति: प्रो. लाल
अमृतसर रोटरी क्लब अमृतसर के प्रधान लखबीर ¨सह रंधावा व सचिव सु¨रदर ¨सह की अध्यक्षता में अमृतसर क्लब में श्री गुरु गो¨बद ¨सह जी की विश्व को देन पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
जागरण न्यूज नेटवर्क, अमृतसर
रोटरी क्लब अमृतसर के प्रधान लखबीर ¨सह रंधावा व सचिव सु¨रदर ¨सह की अध्यक्षता में अमृतसर क्लब में श्री गुरु गो¨बद ¨सह जी की विश्व को देन पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य तौर पर शामिल हुए पंजाब के पूर्व डिप्टी स्पीकर प्रो. दरबारी लाल ने कहा कि श्री गुरु गो¨बद ¨सह जी द्वारा खालसा पंथ की सृजना भारत के इतिहास की एक महान क्रांति है। जिसने आने वाले समय में सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक, आर्थिक और सांस्कृतिक विचारधारा पर बड़ा गहरा प्रभाव डाला है। गुरु गो¨बद ¨सह जी ने भारत के इतिहास में पहली बार विभिन्न जातियों से संबंध रखने वाले पांच प्यारों को अमृत छकाकर सामाजिक समानता का इंकलाब पैदा किया। प्रो. लाल ने कहा कि इन्हीं योद्धाओं ने मुगलों के खिलाफ एक लंबी लड़ाई लड़ी। गुरु साहिब के परिवार की शहादत ने समूचे भारतीयों में एक नई जागृति पैदा की और पेशावर से लेकर दिल्ली तक लोग जालिम सरकार के खिलाफ खड़े हो गए। हकीकत में समूचा भारत दशम पिता के परिवार की शहादत के लिए हमेशा के लिए ऋणी रहेगा। इस अवसर पर ¨प्र. इंद्रजीत ¨सह गोगोआनी, डॉ. हरदास ¨सह, डॉ. जसबीर कौर, सचिन अरोड़ा, डॉ. जेएस कुमार, डॉ. न¨रदर ¨सह, द¨वदर ¨सह, म¨हदरपाल शर्मा, एकजोत ¨सह, इंजी. जसवंत ¨सह गिल, डॉ. प्यारा ¨सह, गुरमीत ¨सह सूरी, श्रणप्रीत ¨सह, जीएस चावला, डॉ. परमजीत कौर, डॉ. आरके कौशल, रवि बख्शी, नवदीप शर्मा आदि मौजूद थे।