एसआइ का भतीजे बजा रहा था बुलेट से पटाखे, दबोच कर काटा चालान
मोबाइल पर नंबर मिलाकर बोला- मेरा चाचा है सब इंस्पेक्टर कर लो बात -ड्राइ¨वग लाइसेंस भी नहीं था आरोपित के पास, एक नहीं सुनी ट्रैफिक पुलिस ने फोटो - 40
जागरण संवाददाता, अमृतसर
रेलवे स्टेशन के पास ट्रैफिक पुलिस के एक हेड कांस्टेबल ने जब बुलेट मोटरसाइकिल (रायल इनफील्ड) को पटाखे बजाते हुए भागते देखा तो वह उसकी तरफ दौड़ पड़ा। क्योंकि सड़क पर एकाएक पटाखे बजने से बच्चे और महिलाएं खौफजदा हो गईं। पुलिस दल को गवारा नहीं था कि उनकी हाजरी में कोई दहशत में आए। बस देखते ही देखते हेड कांस्टेबल मंजीत ¨सह ने दौड़ लगानी शुरू कर दी और कुछ ही दूरी पर जाकर रुके बुलेट मोटरसाइकिल चालकों को धर लिया। दस्तावेज मांगे गए। पहले तो बुलेट मोटर साइकिल पर दोनों सवारों ने हेड कांस्टेबल को अपना रौब दिखाया। लेकिन हेड कांस्टेबल बुलेट से बजने वाले पटाखों से गुस्से में थे। इस बीच ट्रैफिक पुलिस के एएसआइ सुख¨जदर ¨सह भी बाइक सवारों के पास पहुंच गए। दोनों सवारों ने बताया कि उनके बुलेटमोटर साइकिल पर पटाखे बजाने वाला यंत्र नहीं है। पुलिस दल जान चुका था कि दोनों आरोपित झूठ बोल रहे हैं। एएसआइ सुख¨जदर ¨सह ने कहा कि वह बुलेट को किक मारकर जांच करना चाहते हैं कि इसमें पटाखे बजाने वाला यंत्र हो या नहीं। तो दोनों आरोपित युवक बोले, हमारा चाचा पंजाब पुलिस में सब इंस्पेक्टर है। एक युवक ने जेब से झट से मोबाइल निकाला और नंबर डायल कर कहने लगा कि बात कर लें। यह सुनकर ट्रैफिक पुलिस का दल गुस्से में आ गया और उन्होंने बात करने से इनकार कर दिया। दोनों से बुलेट के दस्तावेज मांगे गए। लेकिन चालक के पास ड्राइ¨वग लाइसेंस ही नहीं था। आखिर में पुलिस ने पटाखे बजाने और ड्राइ¨वग लाइसेंस का चालान काट कर सब इंस्पेक्टर के भतीजों के हाथ में थमा दिया। मौके पर नजारा देख रहे लोगों ने पुलिस के काम की वाहवाही की। कुछ ने एएसआइ सुख¨जदर ¨सह और हेड कांस्टेबल मंजीत ¨सह के काम को सराहा कहने लगे कि इस तरह के अफसरों की शहर को जरूरत है।