केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी बोलने से पहले कुछ तो सोचतीं: प्रो. चावला
अमृतसर पूर्व मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि बहुत दुख और अफसोस की बात है कि भारत की केंद्रीय कैबिनेट में मंत्री के रूप में काम कर रही व पहले देश की शिक्षा मंत्री रह चुकी स्मृति ईरानी ने महिलाओं के विरुद्ध डटकर वक्तव्य दिया।
जागरण न्यूज नेटवर्क, अमृतसर
पूर्व मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि बहुत दुख और अफसोस की बात है कि भारत की केंद्रीय कैबिनेट में मंत्री के रूप में काम कर रही व पहले देश की शिक्षा मंत्री रह चुकी स्मृति ईरानी ने महिलाओं के विरुद्ध डटकर वक्तव्य दिया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण पद संभाल रही स्मृति ईरानी क्या इसी पत्थर युग की सोच के साथ ही देश का नेतृत्व करेंगी? स्मृति ईरानी यह भी बताएं कि अब वह तीन तलाक और हलाला के विरुद्ध कैसे बोल पाएंगी। प्रो. चावला ने कहा कि मुझे तो यह डर लगता है कि किसी दिन स्मृति ईरानी विधवा विवाह और बाल विवाह के समर्थन में भी न बोलने लग जाए। पवित्रता के नाम पर तो महिलाओं को सती भी किया जाता था। मुझे तो ऐसा लगता है कि स्मृति ईरानी अगला चुनाव केरल से लड़ने की तैयारी में है, इसलिए केरल के लोगों की भावनाओं को ध्यान करके इतना महिला विरोधी वक्तव्य दे चुकी हैं। यंग ¨थकर्स को यह सोच देकर देश को पीछे ले जाने का काम करने वाली महिला को केंद्रीय नेतृत्व में रहने का कोई अधिकार नहीं। भारत सरकार इस पर विचार करे।