जांच में संदिग्ध लगे दुष्कर्म प्रयास के आरोप
अमृतसर छेहरटा गर्ल्स हाई स्कूल में पार्ट टाइम सफाई सेवक द्वारा नन्ही छात्रा से दुष्कर्म के प्रयास के मामले में नया खुलासा हुआ है।
संवाद सहयोगी, अमृतसर
छेहरटा गर्ल्स हाई स्कूल में पार्ट टाइम सफाई सेवक द्वारा नन्ही छात्रा से दुष्कर्म के प्रयास के मामले में नया खुलासा हुआ है। शिक्षा विभाग के डिप्टी डीईओ सेकेंडरी हरभगवंत ¨सह की अगवाई में पहुंची टीम की जांच में सामने आया कि नन्ही छात्रा स्कूल में अकेली नहीं थी। जब स्वीपर पर दुष्कर्म प्रयास का आरोप लगाया गया तब स्कूल में अध्यापिका व कई बच्चे मौजूद थे। इस बात की पुष्टि सीसीटीवी की फुटेज में हुआ है। टीम ने स्थायी क्लास फोर कर्मी के बयान भी दर्ज किए। उधर, बताया जा रहा है कि स्कूल पर यह आरोप स्कूल की छवि खराब करने के लिए लगाए
जा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार बाद दोपहर डिप्टी डीईओ सेकेंडरी हरभगवंत ¨सह की अगुआई में टीम छेहरटा गर्ल्स हाई स्कूल में पहुंची। टीम ने ¨प्रसिपल किरण गुप्ता से पूछताछ की। उसके बाद स्थायी सेवादार कमलेश से बातचीत की। स्थायी सेवादार के बयान दर्ज किए गए। सेवादार ने अपने बयानों में कहा कि स्कूल में ऐसी कोई घटना नहीं हुई थी। उक्त छात्रा अपनी तीन सहेलियों के साथ स्कूल छुट्टी के बाद घर चली गई थी। कुछ देर के बाद ही उसकी मां आ गई और अस्थायी सेवादार से मारपीट की। बताया जा रहा है कि उक्त नन्ही छात्रा ने अस्थायी सेवादार को बीड़ी पीने के बाबत पूछा तो ऐसे में उक्त युवक ने उसे बीड़ी पीने के लिए कहा। जिसके बाद यह सारा विवाद उपजा। इस सारे घटनाक्रम के दौरान उक्त अस्थायी सेवादार की दो साल की बेटी भी साथ थी। टीम ने सीसीटीवी फुटेज में भी सारे घटनाक्रम को देखा और ऐसी कोई आपत्तिजनक बात टीम को फुटेज में प्रतीत नहीं हुई। बाक्स. स्कूल की छवि खराब करने का प्रयास किया जा रहा
पार्षद पति सतीश बल्लू ने कहा है कि राजनीति के तहत इस सारे मामले को तूल दिया गया है। स्कूल की छवि को खराब करने के लिए कुछ स्थानीय नेता प्रयास कर रहे हैं। यह स्कूल कस्बे की लड़कियों को निशुल्क व स्तरीय सुविधा मुहैया करवा रहा है। उन्होंने सारे मामले की फुटेज खुद देखी है और घटनाक्रम को नजदीक से वॉच किया। मामले को राजनीतिक रंजिश के तहत कुछ ज्यादा ही तूल देने की कोशिश की गई है।