अमृतसर रेल हादसा: जांच में गेटमैनों पर अंगुली उठी तो बचाव में सक्रिय हुए रेल अफसर
अमृतसर रेल हादसे को लेकर पंजाब सरकार द्वारा करवाई गई मजिस्ट्रेट जांच की रिपोर्ट में रेलवे कर्मियों की लापरवाही की बात सामने आने के बाद रेलवे के अधिकारी सक्रिय हो गए हैैं।
जेएनएन, अमृतसर। अमृतसर में जौड़ा फाटक रेल हादसे को लेकर पंजाब सरकार द्वारा करवाई गई मजिस्ट्रेट जांच की रिपोर्ट में रेलवे कर्मियों की लापरवाही की बात सामने आने के बाद रेलवे के अधिकारी सक्रिय हो गए हैैं। रेलवे अब पंजाब सरकार द्वारा इन कर्मियों किसी भी प्रकार की कार्रवाई करने पर उन्हें कानूनी सहायता देने का विचार कर रहा है। हालांकि इस संबंध में रेलवे के किसी अधिकारी ने पुष्टि नहीं की है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि रेलवे के कुछ बड़े अधिकारियों ने रेलवे स्टेशन के गेस्ट हाउस में गेटमैन निर्मल सिंह, गेटमैन अमृत सिंह व अन्य कर्मचारियों से मुलाकात की है।
सूत्रों के अनुसार रेलवे पंजाब सरकार की जांच रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं है। रिपोर्ट को एकपक्षीय बताया जा रहा है। क्योंकि इसमें मेले के आयोजकों और रेल कर्मियों की लापरवाही ही बताई गई है, जबकि सिविल और पुलिस प्रशासन की कोई गलती रिपोर्ट में सामने नहीं आई है।
रेलवे सूत्रों के अनुसार इसी के चलते फिरोजपुर रेल मंडल से कुछ उच्चाधिकारी यहां पंहुचे और स्टेशन के प्रशासनिक अधिकारियों से से बंद कमरे में विशेष बैठक की। बैठक में गेटमैन अमित सिंह व शिवाला रेलवे फाटक के गेटमैन निर्मल सिंह को भी बुलाया गया। उनसे कुछ जानकारियां हासिल कर कुछ दस्तावेज अपने पास रख लिए गए। बताया गया है कि अगर पंजाब सरकार इन कर्मियों पर कोई एक्शन लेती है तो रेलवे उन्हें कानूनी सहायता प्रदान करेगा।
रेलवे का तर्क है कि रेलवे की सबसे बड़ी एजेंसी द्वारा इस हादसे को लेकर दी गई रिपोर्ट बिल्कुल सही है। इसी कारण रेलवे ने पंजाब सरकार की रिपोर्ट पर अपना जवाब रखने की तैयारी शुरू कर दी है। सरकार की रिपोर्ट में जौड़ा रेलवे फाटक के गेटमैन अमित सिंह व शिवाला रेलवे फाटक के गेटमैन निर्मल सिंह पर कारवाई करने की ताकीद की है। रिपोर्ट से यह साफ है कि मेले के आयोजक मिट्ठू मदान और रेलवे के दोनों कर्मियों पर कार्रवाई होगी, लेकिन ये कार्रवाई कैसी और कब होगी? इसको लेकर संशय बरकरार है। बता दें कि रेलवे ने इस हादसे को लेकर रेलवे की कोई गलती होने से इन्कार किया था।