अमृतसर रेल हादसाः समन जारी होने के बावजूद बयान देने नहीं पहुंचा मिट्ठू मदान
रेल हादसे के मामले में दशहरा कार्यक्रम के आयोजक मिट्ठू मदान सहित दशहरे कमेटी के सभी आयोजकों को भी समन किया गया था, लेकिन मदान गवाही के लिए नहीं पहुंचा।
जेएनएन, अमृतसर। जोड़ा फाटक रेल हादसे की जांच कर रहे जालंधर डिवीजन के कमिश्नर बी पुरुषार्थ ने एक बार फिर से प्रत्यक्षदर्शियों और पीड़ितों के बयान कलमबद्ध किए। दूसरी तरफ दशहरा उत्सव के आयोजक मिट्ठू मदान बयान दर्ज करवाने के लिए नहीं पहुंचा। मिट्ठू मदान सहित दशहरे कमेटी के सभी आयोजकों को भी समन किया गया था, लेकिन मदान गवाही के लिए नहीं पहुंचा। संभावना है कि वह मंगलवार को जांच में शामिल होगा।
वहीं इंप्रूवमेंट ट्रस्ट कार्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए बी पुरुषार्थ ने फिर दोहराया कि जरुरत पड़ने पर डॉ. नवजोत कौर सिद्धू को भी समन जारी किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि सोमवार को 26 अन्य लोगों के बयान दर्ज किए गए हैैं। घायल और उनके परिजन भी बयान दर्ज करवाने उनके पास पहुंचे। मजिस्ट्रेट जांच के दौरान पब्लिक हियरिंग में अब तक 77 गवाहों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं।
गवाहों द्वारा दिए गए बयानों के संबंध में उन्होंने किसी भी प्रकार की सूचना देने से इन्कार कर दिया। इसके साथ ही कहा कि वह 28 दिनों में रिपोर्ट तैयार करके पंजाब सरकार को दे देंगे। उसके आधार पर ही राज्य सरकार दोषियों पर कार्रवाई करेगी। गवाहों के बयान दर्ज करवाए जाने के दौरान अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर हिमांशु अग्रवाल, पुलिस कमिश्नर एसएस श्रीवास्तव और निगम कमिश्नर सोनाली गिरि भी उपस्थित थे।
गवाहों ने रेलवे के गेटमैन को बताया जिम्मेदार
मजिस्ट्रेट जांच के दूसरे दिन 26 लोग गवाही देने के लिए पहुंचे। हालांकि उन्होंने मीडिया के समक्ष कुछ भी कहने से इनकार कर दिया, मगर ज्यादातर गवाहों ने एक बात अवश्य कही, कि इस हादसे के लिए रेलवे का गेटमैन भी जिम्मेदार है। रेल हादसे में घायल हुए अमन ने कहा कि जिस तरह सारा हादसा हुआ है, उसके लिए रेलवे का गेटमैन जिम्मेदार है। जिसने गाड़ी को नहीं रोका।