27 वर्षीय पिता का किया संस्कार, डेढ़ वर्षीय पुत्र को दफनाया
अमृतसर श्री दुग्र्याणा तीर्थ में शिवपुरी में अब तक रेल हादसे में मारे गए 43 लोगों का अंतिम संस्कार हो चुका है।
कमल कोहली, अमृतसर
श्री दुग्र्याणा तीर्थ में शिवपुरी में अब तक रेल हादसे में मारे गए 43 लोगों का अंतिम संस्कार हो चुका है। सोमवार को भी दो शवों का अंतिम संस्कार किया गया।
सोमवार को ज¨तदर दास (27) पुत्र शालीग्राम निवासी गली नंबर एक मोहकमपुरा निकट झूमेशाह वाली गली का अंतिम संस्कार कर दिया गया। मृतक के भांजे प्रेम कुमार ने बताया कि ज¨तदर दास अपनी पत्नी आरती व डेढ़ वर्षीय बच्चे शिवम के साथ दशहरा पर्व देखने के लिए गया था। रेल हादसे में ज¨तदर दास व उनके बेटे शिवम की मौत हो गई जबकि उसकी पत्नी आरती हरतेज अस्पताल में उपचाराधीन है। जतिंदर के बेटे शिवम को दफनाया गया है। प्रेम कुमार ने बताया कि उसका मामा मजदूरी का काम करता था। मेहनत करके अपने परिवार का पेट पालता था। हादसे से पूरा परिवार समाप्त हो गया। पॉलिटेक्निकल कॉलेज में कर रहा था मोटर मैकेनिक का कोर्स
पॉलिटेक्निकल कॉलेज में 18 वर्षीय हर्ष पुत्र राज कुमार निवासी गली नंबर सात दशमेश नगर जोड़ा फाटक मोटर मैकेनिक का कोर्स कर रहा था। दशहरा पर्व के दौरान रेल हादसे में हर्ष अपने परिवार को आंसू दे गया है। इस हादसे ने परिवार का होनहार चिराग छीन लिया।
दिहाड़ी लगाकर परिवार का करता था भरण पोषण
रेल हादसे में जान गंवाने वाले जगदीश कुमार पुत्र स्वामी नाथ निवासी दशमेश नगर गली नंबर 15 के बेटे अनूप ने बताया कि उसके पिता परिवार का गुजारा दिहाड़ी लगाकर करते थे। उसकी दो बहनें व दो भाई हैं। अब परिवार का मुखिया इस दुनिया में नहीं है। उसकी माता भी सदमे में है।
20 वर्षीय युवक ने तोड़ा दम
मजीठा रोड स्थित एक अस्पताल में उपचाराधीन किशन (20) पुत्र ईश्वर दास निवासी जज नगर की मौत हो गई है। रेल हादसे में किशन बुरी तरह घायल हो गया था। जीआरपी के एएसआइ शाम सुंदर ने शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया है। किशन कुमार दिहाड़ी लगा कर परिवार का पेट पाल रहा था।