सरकार के गलत फैसले ने अध्यापकों को सड़कों पर बैठने को किया विवश : प्रो. चावला
अमृतसर पूर्व मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से पंजाब के वे अध्यापक सड़कों पर बैठे हैं जिनको कैप्टन सरकार ने स्थायी सेवा में करने के नाम पर मुसीबत में डाल दिया है।
जागरण न्यूज नेटवर्क, अमृतसर
पूर्व मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से पंजाब के वे अध्यापक सड़कों पर बैठे हैं जिनको कैप्टन सरकार ने स्थायी सेवा में करने के नाम पर मुसीबत में डाल दिया है। सरकार ने उनका वेतन 42000 से कम करके 15000 रुपये कर दिया। उन्होंने कहा कि क्या यह मान लिया जाए कि सरकार ने बिना सोचे समझे गलत फैसला लेकर अध्यापकों को भूखे मरने के लिए छोड़ दिया, सड़कों पर बैठने के लिए विवश कर दिया। यह गैरइंसानी फैसला कहीं ठेके पर काम कर रहे दूसरे कर्मचारियों को चेतावनी तो नहीं कि अगर वे पक्की नौकरी की मांग करेंगे तो उनका भी वेतन कई गुणा कम हो जाएगा।
प्रो. चावला ने कहा कि मुख्यमंत्री निश्चित ही यह जानते होंगे कि आटा दाल का भाव क्या है। वैसे उन लोगों को पता नहीं होगा जो दौलत में पलते और खेलते हैं। आखिर देश के किस नियम के अनुसार अध्यापकों का वेतन 65 प्रतिशत कम कर दिया। क्या सरकार यह चाहती है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले गरीबों के बच्चे कभी भी ¨जदगी में आगे न बढ़ सकें।