स्टेशन परिसर में बंद कमरे में रह गया शहीदों के स्मारक का मॉडल
अमृतसर: रेलवे के पास शहीदों की धरती जलियांवाला बाग के मॉडल के लिए अमृतसर रेलवे स्टेशन में जगह उपलब्ध नही है।
कमल कोहली, अमृतसर: रेलवे के पास शहीदों की धरती जलियांवाला बाग के मॉडल के लिए अमृतसर रेलवे स्टेशन में जगह उपलब्ध नही है। शहीदों की धरती जलियांवाला बाग मॉडल स्टेशन परिसर के एक कमरे में पिछले एक वर्ष से बंद रहा है। रेलवे के जीएम से लेकर कई उच्च अधिकारियों के नोटिस में बात लाने के बाद भी उस मॉडल को स्टेशन परिसर में लगाने के लिए कोई जगह नहीं मिल रही है। वहीं अमृतसर के दोनों सांसदों ने कई बार रेलवे को इस मॉडल को लगाने हेतु अधिकारियों को अवगत करवाया परंतु उनकी बात भी रेलवे प्रशासन ने नहीं मानी।
अमृतसर स्टेशन में करीब दो दशक पहले टिकट बु¨कग परिसर वाली साइड पर जलियांवाला बाग का मॉडल लगाया था। तीन-चार वर्ष पहले उस मॉडल वाली जगह पर इमारत असुरक्षित होने के कारण यह मार्ग बंद कर दिया था पर मॉडल उसी जगह पर ही लगा रहा। उस जगह में कैद मॉडल गंदगी भरे वातावरण में काफी देर तक पड़ा रहा। दैनिक जागरण द्वारा वर्ष 2018 में सांसद गुरजीत ¨सह औजला के ध्यान में जब उस मॉडल को लाया गया था। उसके बाद यह मॉडल रेलवे स्टेशन परिसर में रख दिया जोकि अभी तक उस जगह पर कैद है। मॉडल को लगाने हेतु रेलवे विभाग बिल्कुल संजीदा नही है जिस कारण यह मॉडल कमरे में खराब हो रहा है। इस बार शहीदों की धरती जलियांवाला बाग शताब्दी वर्ष है परंतु स्टेशन परिसर में यह मॉडल ना लगाना शहीदों का अपमान होगा। रेलवे प्रशासन एक तरफ तो अमृतसर रेलवे स्टेशन को एतिहासिक लुक देने में लगा हुआ है, परंतु जलियांवाला बाग का मॉडल लगाने के लिए उनके पास कोई भी जगह नही है।
क्या कहते है यूनियन नेता
नार्दन रेलवे मैन्स यूनियन के सचिव ईश देवगन ने बताया कि ऐतिहासिक स्मारकों के साथ युवा पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी। स्टेशन परिसर में जलियांवाला बाग के मॉडल को जरुर लगवाना चाहिए। जो मॉडल किसी कारण हटाया गया था उसे स्टेशन परिसर में सम्मानपूर्वक उचित जगह पर लगाना चाहिए।
कोट्स
सांसद गुरजीत ¨सह औजला ने कहा कि वह अगले सप्ताह अमृतसर रेलवे स्टेशन में जाकर अधिकारियों से बात करके उस मॉडल को स्टेशन परिसर में लगवाएंगे।