लापता गैंगस्टर घनशामपुरा के भाई ने चलाई गोलियां, घायल
लगभग दो साल से लापता कुख्यात गैंगस्टर गोपी घनशामपुरा के भाई मनप्रीत सिंह ने परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर शनिवार को गोलियां चलाकर एक व्यक्ति को जख्मी कर दिया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : लगभग दो साल से लापता कुख्यात गैंगस्टर गोपी घनशामपुरा के भाई मनप्रीत सिंह ने परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर शनिवार को गोलियां चलाकर एक व्यक्ति को जख्मी कर दिया। इसके बाद सभी आरोपित फरार हो गए। एसएसपी परमपाल सिंह, एसपी डी हरपाल सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। एसपी हरपाल सिंह ने बताया कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है। उधर, घायल हुए जुगराज सिंह को निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। घनशामपुरा गांव निवासी अमृतपाल सिंह ने मेहता थाने की पुलिस को बताया कि कुख्यात गैंगस्टर गोपी घनशामपुरा और उसका भाई मनप्रीत सिंह उनके परिवार के साथ रंजिश रखता है। शनिवार को वह भाई जुगराज सिंह के साथ कार में मनप्रीत सिंह के घर के बाहर से गुजर रहे थे। वहां मनप्रीत सिंह, उसका साथ दिलबाग सिह, बंटी, चरणजीत सिंह की पत्नी गुरमीत कौर और गुरप्रीत सिंह की पत्नी गुरविदर कौर पहले से रुके हुए थे। आरोपितों ने दोनों भाइयों को आते देखते ही गोलियां बरसानी शुरू कर दी। एक गोली जुगराज सिंह को जा लगी और उनकी कार सड़क से नीचे खेतों में उतर गई। सभी आरोपित उन्हें जान से मारने की धमकियां देते हुए फरार हो गए। उन्होंने घटना की परिवार और पुलिस को जानकारी दी। किसी तरह जुगराज सिंह को अस्पताल में दाखिल करवाया गया।
उप्र.में लापता हुआ था गैंगस्टर घनशामपुरा
लगभग डेढ़ साल पहले कुख्यात गैंगस्टर हैरी चट्ठा का राइट हैंड गोपी घनशामपुरा उत्तर प्रदेश से लापता हो गया था। तब आरोप लगे थे कि गैंगस्टर को छुड़ाने की एवज में अमृतसर के एक बड़े शराब कारोबारी ने यूपी के आइजी स्तर के अधिकारी को एक करोड़ रुपये फिरौती भेजी थी। उक्त सारे नेटवर्क को तत्कालीन एसटीएफ के आइजी कुंवर विजय प्रताप सिंह ने तोड़कर पंजाब ही नहीं उत्तर प्रदेश से कई बड़े लोगों को गिरफ्तार किया था। गौर रहे उक्त कड़ी के तहत उप्र. के कांग्रेसी नेता पिटू तिवारी सहित दर्जन लोगों को फताहपुर जेल की सलाखों के पीछे जाना पड़ा था।