जेल में बंद गैंगस्टर बॉबी मल्होत्रा के पांच गुर्गे हेरोइन सहित गिरफ्तार
अमृतसर फरीदकोट जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर बॉबी मल्होत्रा गिरोह के पांच सदस्यों को सीआईए स्टाफ ने रविवार की रात नशा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
फरीदकोट जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर बॉबी मल्होत्रा गिरोह के पांच सदस्यों को सीआईए स्टाफ ने रविवार की रात नशा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपितों के कब्जे से एक सेंट्रो कार और 260 ग्राम हेरोइन बरामद कर कैंटोनमेंट थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। फिलहाल पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
पुलिस लाइन में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पुलिस कमिश्नर सुधांशु शेखर श्रीवास्तव ने बताया कि सीआईए स्टाफ के इंचार्ज इंस्पेक्टर व¨वदर महाजन को सूचना मिली थी कि फरीदकोट जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर बॉबी मल्होत्रा के इशारे पर कुछ लोग नशा तस्करी का कारोबार कर रहे हैं। जेल से बॉबी मल्होत्रा और उसका साथी शिवा फोन के माध्यम से गिरोह के सदस्यों को नशे की खेप ठिकाने लगाने के लिए आदेश करते हैं। इसके बाद आरोपित उनके इशारे पर पठानकोट, गुरदासपुर, बटाला, अमृतसर देहाती, अमृतसर और तरनतारन के इलाकों में खेप पहुंचाते हैं। इंस्पेक्टर व¨वदर ने रविवार को कैंटोनमेंट थानांतर्गत पड़ते रामतीर्थ रोड स्थित निक्का ¨सह कॉलोनी में नाकेबंदी कर दी। संदिग्ध परिस्थितियों में एक सेंट्रो कार में पांच युवकों को आते देख रुकने का इशारा किया गया। कार की तलाशी के दौरान उसमें रखी 260 ग्राम हेरोइन बरामद कर पांचों युवकों को धर लिया गया।
सीपी ने पकड़े गए आरोपितों की पहचान रामबाग स्थित सब्जी मंडी निवासी राहुल गिल उर्फ रघु, रोहित गिल उर्फ घुग्गा, रामबाग स्थित शहीद मो¨हदरपाल वाली गली निवासी दानिश, इस्लामाबाद स्थित छोटा हरी पुरा निवासी अमित कुमार और इस्लामाबाद स्थित गली तकिया चाणन शाह निवासी सचिन गिल के रूप में हुई है। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वह पिछले डेढ़ साल से बॉबी के इशारे पर हेरोइन की दर्जनभर खेपों को ठिकाने लगा चुके हैं। इसके बाद वह धंधेबाजों से पेमेंट (ड्रग मनी) वसूल कर गैंगस्टर बॉबी के बताए ठिकाने पर पहुंचा देते थे। होटलों में रह रहे थे आरोपित
जांच में सामने आया कि पुलिस को पिछले एक महीने से सूचना मिल रही थी कि गिरोह के उक्त सदस्य हेरोइन का कारोबार कर रहे हैं। जब पुलिस ने आरोपितों के घरों में छापेमारी की तो वह घरों से गायब हो चुके थे। परिवारों का कहना था कि उनके बच्चे कई कई दिनों से घर नहीं आए। पकड़े जाने पर आरोपितों ने स्वीकार किया है कि वह अमृतसर, पठानकोट और तरनतारन के होटलों में रहकर नशा तस्करी का कारोबार कर रहे थे। नवीन राजपूत