मेडिकल कॉलेज में आयोजित हुई एनेस्थीसिया डॉक्टरों की कांफ्रेंस
अमृतसर सरकारी मेडिकल कॉलेज में रविवार को इंडियन सोसाइटी ऑफ एनेस्थेसियोलॉजिस्ट्स (आईएसए) से संबंधित अमृतसर सिटी आईएसए की ओर से दो दिवसीय 'फर्स्ट पंजाब स्टेट आईएसए कांफ्रेंस न्यूवेयर मोडालिस्टीज इन एनस्थीसिया एंड क्रिटिकर केयर'का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
सरकारी मेडिकल कॉलेज में रविवार को इंडियन सोसाइटी ऑफ एनेस्थेसियोलॉजिस्ट्स (आईएसए) से संबंधित अमृतसर सिटी आईएसए की ओर से दो दिवसीय 'फर्स्ट पंजाब स्टेट आईएसए कांफ्रेंस न्यूवेयर मोडालिस्टीज इन एनस्थीसिया एंड क्रिटिकर केयर'का आयोजन किया गया। इस कांफ्रेंस में देश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचे डॉक्टरों ने एनेस्थीसिया की समस्याओं, डॉक्टरों की ड्यूटी एवं नई खोजों के विषय में जानकारी दी। कांफ्रेंस में 500 से अधिक विषय विशेषज्ञ शामिल हुए।
विशेषज्ञों ने बताया कि ऑपरेशन में मरीज को बेहोश करने के लिए सबसे पहला काम एनेस्थीसिया डॉक्टर का होता है। यह बहुत ही संवदेनशील होता है। एनेस्थीसिया डॉक्टर की को बड़ी सावधानी से एनेस्थीसिया देना पड़ता है। यही वजह है कि एनेस्थीसिया डॉक्टर की जिम्मेवारी भी बड़ी है। वक्ताओं ने इस क्षेत्र में होने वाली नई रिसर्च और भविष्य की चुनौतियों के विषय में भी जानकारी दी।
इस अवसर पर इंडियन सोसायटी ऑफ एनेस्थेसियोलॉजिस्ट्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. कुचेला बाबू, उपाध्यक्ष डॉ. बलजीत ¨सह, सचिव डॉ. वैंकटा गिरि, पंजाब प्रधान डॉ. दिनेश सूद, सचिव डॉ. जेपी अत्री, आर्गेनाइ¨जग सेक्रेट्री डॉ. रा¨जदर कौर, आर्गेनाइ¨जग चेयरपरसन डॉ. वीना चतरथ, मेंबर जनरल बॉडी डॉ. एसएस बाजवा, डॉ. जसवीर कौर, डॉ जेपी अत्री व गुरुनानक देव अस्पताल के मेडिकल सुप¨रटेंडेंट डॉ. सु¨रदर पाल शामिल हुए।