स्कूटर मैकेनिक पवन के साथ विवाह बंधन में बंधी अमेरिका की एमिनी
। प्यार न धर्म देखता है न जात दिल से दिल मिलने पर मुहब्बत हो जाती है जनाब।
नितिन धीमान, अमृतसर
प्यार न धर्म देखता है न जात, दिल से दिल मिलने पर मुहब्बत हो जाती है जनाब। अमेरिका की एक गोरी 'अंबरसरी मुंडे' की दीवानी बन गई। फेसबुक से शुरू हुई दोनों की दोस्ती आज विवाह के बंधन में बंध गई। अमृतसर के पवन व अमेरिकन गोरी एमिली वॉलिन ने सात फेरे लेकर इक-दूजे के साथ सात जन्मों का रिश्ता निभाने की कसम खाई। मजीठा रोड स्थित तुंगबाला क्षेत्र में रहने वाले पवन कुमार के घर एमिली दुल्हन के लिबास में पहुंची तो आस-पड़ोस के लोग आश्चर्यचकित रह गए। मांग में सिदूर, कलाइयों में चूड़ा व गुलाबी रंग का सूट पहने एमिनी पूरी पंजाबी मुटियार लग रही थी। साधारण सी कठकाठी और स्कूटर रिपेयर करने वाले पवन को गोरी कैसे मिली, मुहल्ले में यह चर्चाएं छिड़ गईं।
दरअसल, सात माह पूर्व पवन व एमिली फेसबुक के जरिए एक दूसरे के संपर्क में आए। एमिनी ने ही पवन को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी। अमेरिका में रहने वाली एमिनी और पवन के बीच मोबाइल नंबर का अदान-प्रदान हुआ। दोनों मोबाइल पर घंटों बातें करने लगे। दोस्ती का यह सिलसिला धीरे-धीरे प्यार में परिवर्तित हो गया। दोनों साथ जीने की कसमें खाईं। हालांकि पवन का परिवार एमिनी और पवन के विवाह के विषय में ज्यादा बात करने को तैयार नहीं, पर एमिनी कुछ दिन पूर्व ही अमृतसर पहुंच गई थी। उसके सोशल मीडिया अकाउंट पर पवन के साथ अमृतसर की फोटो अपलोड हैं। 25 अगस्त को दोनों ने हिदू रीति-रिवाज के अनुसार विवाह कर लिया।
अमेरिकन गोरी से पंजाबी मुटियार बनी एमिनी को पंजाबी भाषा का ज्ञान नहीं। पवन व उसके माता-पिता एमिनी से इशारों से ही बात कर रहे हैं। वह अभी सतश्री अकाल बोल सकती है। मंगलवार को जब पत्रकारों से पवन व एमिनी के घर पहुंचकर उनसे बात करने की कोशिश की तो दोनों ने इंकार कर दिया। पवन ने सिर्फ इतना ही कहा कि फेसबुक से उसका संपर्क एमिनी से हुआ था। अब हमने शादी कर ली है। एमिनी ने ही किया था प्रपोज
एक निजी ऑटोमाबाइल कंपनी में मैकेनिक का काम करने वाले पवन ने कहा कि मैंने कभी सोचा नहीं था कि मेरी शादी एमिनी से हो जाएगी।
सोशल मीडिया पर पवन से कनेक्ट हुई एमिनी ने ही मुझे प्रपोज किया था। एमिनी ने कहा कि मैं पवन से बहुत प्यार करती हूं। मुझे उसकी सादगी पसंद है। मैंने ही उसे प्रपोज किया था। मैं आज बहुत खुश हूं। अमेरिका बुला रही थी एमिनी
पवन ने बताया कि एमिनी ने मुझे अमेरिका आने को कहा था, लेकिन मेरे पास न तो पैसे थे और न ही पासपोर्ट एवं वीजा। मैंने उसे अपनी मजबूरी बता दी थी। इसके बाद 15 अगस्त को एमिनी अमृतसर आ गई। पवन के अनुसार मैंने अपने अभिभावकों का बता दिया था कि अमेरिका से मेरी एक दोस्त आ रही है और मैं उससे शादी करना चाहता हूं। अभिभावकों ने मुझे सहर्ष इसकी स्वीकृति दे दी थी। परिवार को नहीं आती अंग्रेजी
पवन की मां शकुंलता व पिता शेर चांद का कहना है कि उन्हें अंग्रेजी नहीं आती, इसलिए एमिनी से बात नहीं कर पा रहे। बच्चों की मर्जी इक-दूजे के साथ रहने की है, इसलिए उनकी खुशी में हमारी खुशी है। धीरे-धीरे हम एमिनी की भाषा समझ लेंगे, उसे पंजाबी सिखा देंगे। हालांकि परिवार ने एमिनी के विषय में ज्यादा जानकारी देने से इंकार किया। वह तो अपनी बहू का नाम भी नहीं बताना चाहते थे।