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आइसीपी अटारी पर कस्टम ने पकड़ा एजेंट

अमृतसर : इंटेग्रेटेड चेक पोस्ट (आइसीपी) अटारी पर लोडर (मजदूर) की मजदूरी से पैसे काट भुगतान कर रहे रंजीत ¨सह नाम एक व्यक्ति को कस्टम अधिकारी ने ड्राईफ्रूट के गोदाम के पास पकड़ा।

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 Nov 2017 03:00 AM (IST)Updated: Sat, 18 Nov 2017 03:00 AM (IST)
आइसीपी अटारी पर कस्टम ने पकड़ा एजेंट
आइसीपी अटारी पर कस्टम ने पकड़ा एजेंट

जागरण संवाददाता, अमृतसर : इंटेग्रेटेड चेक पोस्ट (आइसीपी) अटारी पर लोडर (मजदूर) की मजदूरी से पैसे काट भुगतान कर रहे रंजीत ¨सह नाम एक व्यक्ति को कस्टम

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अधिकारी ने ड्राईफ्रूट के गोदाम के पास पकड़ा। हालांकि इसके खिलाफ कार्रवाई किए जाने की पुष्टि नहीं हो सकी। इसे लेकर कुछ समय पहले भी मजदूरों ने आइसीपी अटारी पर हड़ताल की थी। कस्टम कमिश्नर दीपक कुमार गुप्ता ने कहा कि यह चीजें सीधे उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आती लेकिन इस बाबत सीडब्ल्यूसी के अधिकारियों से कार्रवाई को कहा गया है।

सेंट्रल वेयरहाउस (सीडब्ल्यूसी) के तहत मजदूर आइसीपी अटारी पर मजदूरी करते हैं। इंडो-पाक ट्रेड के दौरान पाकिस्तान से आने वाले ट्रकों को लोड और अनलोड करने के अलावा भारत के विभिन्न प्रदेशों से सामान लेकर पहुंचने वाले ट्रकों को अनलोड कर पाक ट्रकों में लोड करने का काम करते हैं। जिसके लिए सीडब्ल्यूसी ने काम एक ठेकेदार को दे रखा है और यहां मजदूरी करने वाले पोटर्रों की मजदूरी आनलाइन उनके खातों में डाली जाती है। इसके लिए दो से तीन दिन तक का समय लग जाता है। मगर यहां कुछ लोग ठेकेदार से मिलकर अपना पैसा इन्वेस्ट करते हुए मजदूर से 10 से 20 फीसदी तक ब्याज कर तुरंत के तुरंत नगद भुगतान कर देते हैं।

कस्टम कमिश्नर दीपक कुमार गुप्ता ने बताया कि यह मामला लैंडपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया के तहत काम करने वाली केंद्रीय एजेंसी सीडब्ल्यूसी का है। क्योंकि उक्त एजेंसी ही मजदूरों से काम करवाती है और इसके बदले भुगतान भी यही एजेंसी करती है।


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