कोरोना से मौत के बाद मृतक की फोटो खींचकर कंप्यूटर में सेव रखेगा GNDH अमृतसर प्रशासन
अमृतसर के जीएनडीएच में कोरोना पॉजीटिव मरीजों के शवों की अदला बदली के बाद अस्पताल ने शव प्रबंधन के लिए नई गाइडलाइन जारी की है।
अमृतसर [नितिन धीमान]। गुरु नानक देव अस्पताल (GNDH) में शवों की अदला-बदली का मामला उजागर होने के बाद बॉडी मैनेजमेंट कमेटी का गठन कर गाइडलाइन जारी कर दी गई है। अस्पताल में हुई भयंकर चूक के बाद छठे दिन नई गाइडलाइन जारी कर दी गई है। GNDH प्रशासन ने स्पष्ट कहा है कि मृतक की बॉडी को कवर करने के बाद उसका चेहरा और टैग कैमरे में कैप्चर किए जाएं। इस तस्वीर को बकायदा कंप्यूटर में सेव रखा जाए, ताकि शवों की अदला-बदली की गुंजाइश खत्म हो जाए और शर्मनाक स्थिति का सामना न करना पड़े।
मेडिकल सुपरिंटेंडेंट (एमएस) डॉ. रमन शर्मा ने कहा कि शव को मोर्चरी और संबंधित जिले तक भेजने की रूपरेखा तैयार कर ली गई है। कोरोना मरीज की मौत होने पर आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर यह जानकारी कोरोना नोडल ऑफिसर को देगा। मृतक के परिजनों को भी तुरंत सूचित किया जाएगा। शव पर लगे चिकित्सा उपकरण हटाने और सैनिटाइज का काम नर्सिंग स्टाफ द्वारा किया जाएगा। इसके बाद दर्जा चार कर्मचारी शव को सैनिटाइज करेगा। फिर शव को नर्सिंग स्टाफ और दर्जा चार कर्मचारी पैक करेंगे।
शव पर लगने वाला टैग स्टाफ नर्स बनाएगी और दर्जा चार कर्मचारी इसे कवर पर चिपकाएगा। शव की पैकिंग और टैगिंग के बाद इसे पुन: सैनिटाइज करना होगा। यह सारी प्रक्रिया ड्यूटी पर तैनात सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर की उपस्थिति में होगी। शव को मोर्चरी तक पहुंचाने की कार्रवाई पुलिस की मौजूदगी में पूरी की जाएगी। इसके बाद मेडिकल सुपरिंटेंडेंट कार्यालय जिला प्रशासन को इसकी सूचना देगा।
कमेटी बना दी, नाम बताने से परहेज
'दैनिक जागरण' ने इस मामले को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। अस्पताल प्रशासन ने कोरोना को देखते हुए पहले ही बॉडी मैनेजमेंट कमेटी का गठन नहीं किया। यदि कमेटी बनाई गई होती तो शवों की अदला-बदली की संभावना न के बराबर रह जाती। अब गाइडलाइन जारी करने के बाद भी अस्पताल प्रशासन बॉडी मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों के नाम नहीं बता रहा है।
पत्र 20 जुलाई का, हस्ताक्षर बैक डेट में
नर्सिंग स्टाफ का आरोप है कि बॉडी मैनेजमेंट कमेटी को लेकर जो पत्र जारी किया गया है उसमें त्रुटियां हैैं। पंजाब नर्सिंग यूनियन की प्रधान जतिंदर कौर बुट्टर ने कहा कि मेडिकल सुपरिंटेंडेंट ने गाइडलाइन संबंधी पत्र 20 जुलाई को जारी किया, जबकि अपने हस्ताक्षर के समय 20 जून की तारीख दर्ज की है। इसे लेकर एमएस डॉ. रमन शर्मा ने कहा कि काम के बोझ के कारण हस्ताक्षर के नीचे तारीख गलत डल गई है। इस पत्र को संशोधित कर जारी किया जाएगा।
सेहत विभाग हाइ कोर्ट में आज दायर करेगा जवाब
शवों की अदली-बदली को लेकर मेडिकल शिक्षा एवं खोज विभाग द्वारा शुक्रवार को हाईकोर्ट में जवाब दायर किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार अस्पताल प्रशासन ने जवाब तैयार कर इसकी प्रति ईमेल से विभाग के सचिव डीके तिवारी को भेज दी है। वहीं GNDH के अधिकारी इस बारे में अभी कुछ भी बताने को तैयार नहीं हैैं।
एसडीएम ने जांच के लिए प्रीतम सिंह के परिवार को बुलाया
वीरवार को मजिस्ट्रेट जांच के लिए एसडीम शिवराज सिंह बल के अस्पताल पहुंचने की उम्मीद थी लेकिन वह नहीं आए। बताया गया है कि जांच को आगे बढ़ाने के लिए होशियारपुर के बुजुर्ग प्रीतम सिंह के परिवार के ब्यान भी लिए जाएंगे। संपर्क करने पर एसडीएम शिवराज सिंह बल ने कहा कि प्रीतम सिंह के परिवार को मंगलवार को अमृतसर आने के लिए कहा है।