एडीशनल कमिश्नर के समक्ष पेश हुए कैनेडी एवेन्यू के तीन हिस्सेदार
नगर निगम के एमटीपी आइपीएस रंधावा को नौकरी से बर्खास्त करने का कारण बने कैनेडी एवेन्यू के बहुमंजिला निर्माण पर कार्रवाई से पहले निर्माणकर्ताओं का पक्ष सुनने की कवायद शुरू कर दी गई है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: नगर निगम के एमटीपी आइपीएस रंधावा को नौकरी से बर्खास्त करने का कारण बने कैनेडी एवेन्यू के बहुमंजिला निर्माण पर कार्रवाई से पहले निर्माणकर्ताओं का पक्ष सुनने की कवायद शुरू कर दी गई है। सोमवार को प्लाट नंबर 32 के तीन हिस्सेदारों ने एडीशनल कमिश्नर संदीप रिषी के समक्ष हाजिरी भरी और अपने बयान दर्ज करवाए। साथ ही तीन अन्य हिस्सेदारों के बयान सुनने के लिए अगली तारीख की मांग की। एडीशनल कमिश्नर संदीप रिषी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि अन्य तीन हिस्सेदारों की भी जल्द बुलाया जाएगा। गौरतलब है कि निर्माण में नौ खामियां पाई गई थीं।
सोमवार को पेश हुए तीनों हिस्सेदारों ने रिषी को बताया कि एमटीपी विभाग ने बिल्डिग कंपाउंड करवाने के लिए जितने पैसे कहे थे, उसके मुताबिक कंपाउडिग फीस जमा करवाई गई थी, लेकिन कंपाउंडिग का कोई नक्शा हमें नहीं दिया गया। हमने वन टाइम सेटेलमेंट में भी अप्लाई किया है ताकि बिल्डिग को रेगुलराइज करवाया जा सके। उन्होंने कहा कि ओटीएस में हमें जितनी राहत मिलेगी, मंजूर होगी। इसके अलावा जो हिस्सा बिल्डिग से हमें हटाने को कहा जाएगा, हम हटाने को तैयार हैं। रिषी ने बताया कि मामले की सुनवाई के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। प्लाट नंबर 25 पर भी शिकंजा कसने की तैयारी
कैनेडी एवेन्यू के प्लांट नंबर 25 में हुए बहुमंजिला निर्माण में पाई गई अनियमितताओं के बाद अब उस पर भी शिकंजा कसने की तैयारी है। मामला कोर्ट में जाने की वजह से पहले एमटीपी विभाग कार्रवाई करने से गुरेज करता रहा। अब कोर्ट ने भी इस मामले में कार्रवाई कर रिपोर्ट देने को कहा है। कोर्ट की सख्ती के बाद अब विभाग ने दोबारा सारा मामला खंगाला शुरू कर दिया है ताकि अगली कार्रवाई की जा सके। चंडीगढ़ में तलब एमटीपी की सुनवाई टली
बटाला रोड पर पेट्रोल पंप की जगह पर बन चुकी दुकानों पर एमटीपी विभाग द्वारा कार्रवाई न करने पर स्थानीय निकाय विभाग ने एमटीपी, एटीपी को 26 अक्टूबर को रिकार्ड सहित चंडीगढ़ में तलब किया था। डायरेक्टर के छुट्टी पर होने की वजह से आज मामले की सुनवाई नहीं हो सकी। निकाय विभाग कार्यालय ने इसकी सूचना शिकायतकर्ता एडवोकेट रविदर सिंह को भी देने को कहा था, पर एमटीपी विभाग के अधिकारियों ने उन्हें सूचना नहीं दी। इसकी शिकायत भी रविदर ने चीफ टाउन प्लानर के समक्ष दर्ज करवा दी है। अब दोबारा एमटीपी या एटीपी को कब बुलाना है, यह तारीख अब मंगलवा को तय होगी।