पीली बत्ती लगाने पर गिरफ्तार हो चुका है रणबीर गिल, गैंगस्टरों से भी संबंध
गिलवाली गेट के पास चर्च में घुसकर सेवादार प्रिंस की गोलियां मारकर हत्या करने वाला रणदीप सिह गिल साल 2017 में कार पर पीली बत्ती लगाकर घूमने के आरोप में गिरफ्तार हो चुका है।
जासं, अमृतसर: गिलवाली गेट के पास चर्च में घुसकर सेवादार प्रिंस की गोलियां मारकर हत्या करने वाला रणदीप सिह गिल साल 2017 में कार पर पीली बत्ती लगाकर घूमने के आरोप में गिरफ्तार हो चुका है। जमानत पर छूटने के बाद भी उसने आपराधिक गतिविधियां बंद नहीं कीं। गत वर्ष एक माल के पास पैसे मांगने पर एक रेस्टोरेंट मालिक और उसके बेटे की पिटाई कर दी थी। पुलिस ने मामला तो दर्ज किया था, लेकिन पीड़ित को दबाव में राजीनामा भी करना पड़ा। पैसे मांगने पर ही एक हाकर को भी पीट दिया था। इसमें भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। रणबीर के गैंगस्टरों से भी संबंध रहे है। इसी का नतीजा है कि उसने बिना कोई डर फिर वारदात की और फरार हो गया। प्रिंस के करीबी जसपाल ने बताया कि अगर पुलिस उस पर शिकंजा कस लेती तो आज प्रिस जिदा होता।
अकाली सरकार में रणबीर को मिले हुए थे छह सुरक्षाकर्मी
रणदीप सिह गिल के पास अकाली सरकार के दौरान छह सुरक्षाकर्मी रहे थे, लेकिन सरकार बदलते ही आरोपित से कर्मी छिन गए। कांग्रेस की सरकार बनते ही गिल ने कांग्रेस के नेताओं के पास जाना शुरू कर दिया था। फेसबुक के स्टेटस पर तमाम कांग्रेस व अकाली नेताओं के साथ गिल की फोटो है। एसीपी मंगल सिह ने बताया कि कुछ दिन पहले रणदीप ने सी डिवीजन थाने में अर्जी देकर सुरक्षा कर्मी की मांग की थी। कुछ साल पहले उसने अपने साथियों के साथ मिलकर आल इंडिया बाबा खेतरपाल जी शक्ति दल नाम से संगठन बनाया था।
डिप्टी मेयर का दामाद लगता था मृतक प्रिंस
वारदात में मरने वाला प्रिस डिप्टी मेयर यूनुस कुमार का रिश्तेदारी में दामाद लगता था। वारदात के बाद इलाके में पूरी तरह से दहशत फैली हुई है। पुलिस की ढीली कार्रवाई के कारण लोगों में रोष भी है। फिलहाल पुलिस का यही दावा है कि रणदीप सिह गिल को जल्द काबू कर लिया जाएगा।