कर्जदाताओं से बचने के लिए कारोबारी ने रचा घर में चोरी का ड्रामा
सिविल लाइन थाने के अंतर्गत पड़ते शास्त्री नगर की कोठी नंबर 317 में चोरी की घटना झूठी साबित हुई। चाय के कारोबारी ज्योति प्रकाश मेहरा और उसकी पत्नी रितु मेहरा पुलिस जांच का ज्यादा देर तक सामना नहीं कर पाए।
जासं, अमृतसर : सिविल लाइन थाने के अंतर्गत पड़ते शास्त्री नगर की कोठी नंबर 317 में चोरी की घटना झूठी साबित हुई। चाय के कारोबारी ज्योति प्रकाश मेहरा और उसकी पत्नी रितु मेहरा पुलिस जांच का ज्यादा देर तक सामना नहीं कर पाए। पुलिस के सवालों के सामने उनकी पोल महज चार घंटे में ही खुलने लग गई थी। अंत में दंपती ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया है कि यह ड्रामा उन्होंने कर्जदाताओं से बचने के लिए रचा था। एसीपी (नार्थ) सरबजीत सिंह बाजवा और इंस्पेक्टर शिव दर्शन ने मंगलवार की शाम सिविल लाइन थाने में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि मामले की जांच की जा रही है। लेनदारों को भी बुलाया गया है। पता लगाया जा रहा है कि दंपती ने मार्केट में कितने का भुगतान करना है।
एसीपी ने बताया कि सोमवार को चाय पत्ती के कारोबारी ज्याति प्रकाश मेहरा और उनकी पत्नी रितु मेहरा ने सूचना दी थी कि उनके घर 70 लाख के गहने और 15 लाख रुपये की नकदी चोरी हो गई है। जांच में सामने आया है कि उक्त दंपती ने सामान को इधर-उधर (छिपाने) करने के बाद पुलिस को झूठी जानकारी दी थी। देर रात पुलिस को स्पष्ट हो गया था कि सारा परिवार घटना को लेकर कहानी बना रहा है। सूदखोरों के शिकंजे में फंसा है परिवार
बताया जा रहा है कि चाय कारोबारी का परिवार सूदखोरों के जाल में बुरी तरह फसा हुआ है। पुलिस को पता चला है कि कुछ नामी लोग शहर में बीस से तीस फीसद तक ब्याज की उगाही कर जरूरतमंद लोगों को अपने शिकंजे में फंसा रहे हैं। आने वाले दिनों में पुलिस शहर में सूदखोरों पर शिकंजा कसा सकती है। पता चला है कि यह परिवार भी सूदखोरों को मोटे ब्याज का भुगतान कर रहा है।